पटना:बिहार की आर्थिक अपराध इकाईनीट पेपर लीकमामले की जांच कर रही है. मंगलवार और बुधवार को 9 छात्रों को उनके अभिभावकों के साथ पटना बुलाया गया था. मंगलवार को हालांकि कोई छात्र पूछताछ में शामिल होने नहीं आया था लेकिन बुधवार को कई छात्र जांच अधिकारी के सामने उपस्थित हुए. वहीं, एक छात्र ने ईओयू अधिकारियों के सामने जो कबूलनामा दिया है, वह चौंकाने वाला है. उसने कई अहम खुलासे किए हैं. इसके साथ ही आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु की संलिप्तता पर भी मुहर लगाई है.
पटना के छात्र का बड़ा कबूलनामा:पटना के रहने वाले छात्र अनुराग यादव ने अपने लिखित में बताया कि वह नीट की परीक्षा की तैयारी कोटा में कर रहा था, उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु जो कि दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है, उसने उसे बताया कि 5 मई 2024 को नीट की परीक्षा है, लिहाजा कोटा से वापस आ जाए. उसने यह भी बताया कि परीक्षा के लिए सेंटिंह हो चुकी है. जिसके बाद वह कोटा से पटना आ गया.
'नीट प्रश्न पत्र का आंसर रटवाया गया मुझे':अनुराग ने अपने लिखित कबूलनामे में बताया कि 4 मई 2024 को उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु ने उसे अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास छोड़ दिया. जहां नीट परीक्षा के प्रश्न पत्र के साथ-साथ उसे आंसर शीट भी दिया गया. रात भर उसने उसे पढ़ा और जमकर रटा. उसका एग्जाम सेंटर डीवाई पाटिल स्कूल में था. एग्जाम में भी वही सवाल पूछे गए थे, जो उसे रात को रटवाए गए थे.
"फूफा (सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु) ने 4 मई 2024 को रात में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया. जहां पर नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका दिया गया. रात में मुझे पढ़वाया और रटवाया गया. मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था, वही प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गया. परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया. मैं अपना अपराध स्वीकार करता हूं." -अनुराग यादव, आरोपी छात्र
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