नई दिल्ली: दिल्ली एम्स बहुत जल्द अपने यहां भर्ती मरीजों को उनके बिस्तर पर ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से ईसीजी(ECG) की सुविधा उपलब्ध कराएगा. इससे मरीजों का ECG करने के लिए टेक्नीशियन को एक विभाग से दूसरे विभाग में नहीं जाना पड़ेगा. साथ ही कुछ मरीजों को इसी के लिए केंद्रीय यूनिट में ले जाने की जरूरत भी खत्म हो जाएगी. मरीजों को इधर से उधर ले जाने में होने वाली परेशानी से भी निजात मिल सकेगी.
फिलहाल तकनीशियन विभिन्न विभागों में जाकर करते हैं भर्ती मरीजों की ECG
वर्तमान में, ईसीजी तकनीशियनों द्वारा की जाती है. जिसके लिए उनको भर्ती मरीजों की ईसीजी करने के लिए विभिन्न विभागों में जाना पड़ता है. इसके साथ ही कुछ रोगियों को ईसीजी के लिए केंद्रीकृत ईसीजी सुविधा में भेजा जाता है. एम्स, दिल्ली के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास ने कहा कि हम रोगी देखभाल और परिचालन प्रभावशीलता दोनों को बेहतर बनाने के प्रयास में भर्ती मरीजों के लिए ईसीजी सेवाओं को सुव्यवस्थित करने की योजना बना रहे हैं.
31 दिसंबर तक हर भर्ती वार्ड डिजिटल ईसीजी उपकरण स्थापित करने की है योजना
निदेशक ने बताया कि 31 दिसंबर, 2024 तक एम्स, दिल्ली की योजना प्रत्येक इनपेशेंट क्षेत्र (भर्ती वार्ड) में एआई-आधारित क्षमताओं के साथ डिजिटल ईसीजी उपकरण स्थापित करने की है. नर्सिंग अधिकारियों, रेजिडेंट डॉक्टरों और फैकल्टी मेंबर्स जैसे हेल्थ प्रोफेशनल द्वारा भर्ती मरीजों के लिए बिस्तर के पास ईसीजी करने की सुविधा विकसित होने से मरीजों को ईसीजी के लिए एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की आवश्यकता में काफी कमी आएगी.