बिलासपुर में परशुराम जयंती पर निकाली शोभायात्रा, गोवा का कार्निवाल रहा आकर्षण का केंद्र - Parshuram Jayanti 2024 - PARSHURAM JAYANTI 2024
भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर बिलासपुर में विशाल शोभा यात्रा का आयोजन किया गया. ब्राह्मण समाज के लोगों ने शोभा यात्रा में शामिल होकर शहर वासियों को धार्मिक संदेश दिया. शोभा यात्रा के दौरान गोवा कार्निवल के कलाकार लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गए. कार्निवल के कलाकार कठपुतली के साथ ही कई करतब दिखाते नजर आए.
परशुराम जयंती पर निकाली शोभायात्रा (ETV Bharat Chhattisgarh)
बिलासपुर : ब्राह्मण समाज के इष्ट देव भगवान परशुराम की जयंती के अवसर पर बिलासपुर में शोभा यात्रा निकाला गया. आयोजन किया गया. शोभायात्रा धार्मिक जीवंत झांकियां के साथ ही गोवा के कार्निवल के साथ निकाला गया. ब्राह्मण समाज के अनुयाई शोभा यात्रा में शामिल होकर शहर वासियों को धार्मिक संदेश देते रहे. इस दौरान शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत सत्कार किया गया.
ब्राम्हण समाज ने एकजुटता का दिया संदेश : बिलासपुर में परशुराम जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. विधि विधान से भगवान परशुराम की पूजा अर्चना कर शोभायात्रा निकाली गई. ब्राह्मण समाज के लोगों ने प्रसाद वितरण भी किया. शोभायात्रा शहर के प्रमुख स्थलों से होते हुए कार्यक्रम स्थल तक पहुंची, जहां प्रबुद्ध जनों ने भगवान परशुराम के बारे में जानकारी साझा किया और समाज को एकजुट रहने का संदेश दिया.
नशे के खिलाफ लोगों को किया जागरूक :ब्राह्मण समाज में शहर में शोभायात्रा के दौरान जन जागरूकता को लेकर भी बैनर पोस्टर और जीवंत झांकी तैयार की थी. नशे के खिलाफ समाज ने प्रचार प्रसार किया. लोगों को नशे से होने वाले दुष्परिणामों के साथ ही बताया कि किस तरह से परिवार बर्बाद होता है. शभा याक्षा में लोगों से नशा न करने की अपील की गई.
गोवा कार्निवल रहा आकर्षक का केंद्र : शोभायात्रा का सबसे आकर्षक का केंद्र गोवा का कार्निवल रहा. शोभा यात्रा में जीवंत झांकियों ने शहर वासियों का मन मोह लिया. गोवा कार्निवल के कलाकार शहर वासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए. कार्निवल के कलाकार कठपुतली के साथ ही कई करतब दिखाते नजर आए. गोवा कार्निवल पहली बार बिलासपुर में लाया गया था, जिसमें गोवा में जिस तरह से कार्निवल में तरह-तरह की झांकियां और मनोरंजन कार्यक्रम किए जाते हैं.
पूरा माहौल हो गया भक्तिमय:शोभायात्रा में ब्राह्मण समाज के साथ ही अन्य समाज के लोग शामिल हुए. शोभायात्रा बिलासपुर के शीतला माता मंदिर दयालबंद से शुरू की गई, जो मुख्य मार्ग गांधी चौक से गोल बाजार, सदर बाजार होते हुए देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में समाप्त हुई. यहां शोभा यात्रा के बाद धार्मिक आयोजन किए गए.