छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव से पहले पांढुर्ना के विधायक नीलेश ऊइके के रजौला रैयत स्थित घर पर रविवार को पुलिस व आबकारी अधिकारियों की टीम ने दबिश दी. इस दौरान पुलिस ने विधायक के घर, निर्माणाधीन मकान, खेत-खलिहान सहित कई स्थानों पर जांच पड़ताल की. इसी मामले पर सोमवार को कांग्रेस विधायक नीलेश उइके ने कहा कि बिना सर्च वारंट के यह कार्रवाई की गई है. यह छापा आदिवासियों का अपमान है. भाजपा की सरकार हार की वजह से डर गई है.
3 घंटे की सर्चिंग में कुछ नहीं मिला
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम के अधिकारियों को कुछ भी नहीं मिला. इस आधिकारिक कार्रवाई के पीछे क्या वजह है, इस बात की भी अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई है. वहां पर मौजूद कुछ अधिकारियों की माने तो शिकायत के आधार पर ही जांच की गई है. जब यह टीम विधायक के घर पर कार्रवाई कर रही थी उस दौरान विधायक नीलेश ऊइके खुद वहां मौजूद थे.
पंचनामा में अवैध शराब की शिकायत का उल्लेख
सर्चिंग में कुछ हाथ नहीं लगने के बाद अधिकारियों ने पंचनामा बनाया, जिसमें अवैध शराब की जमाखोरी की शिकायत पर सर्चिंग की कार्रवाई लिखी गई. सचिंग के दौरान जिला आबकारी अधिकारी छिंदवाड़ा, एसडीओपी मोहखेड़, थाना प्रभारी लावाघोगरी, चौकी प्रभारी उमरानाला सहित बड़ी संख्या में पुलिस और आबकारी दोनों विभाग के अधिकारी शामिल रहे.