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सिरमौर में पंचायत प्रधान सहित 2 वार्ड सदस्य सस्पेंड, फॉरेस्ट गार्ड पर भी गिरी गाज - 4 people suspend in Sirmour - 4 PEOPLE SUSPEND IN SIRMOUR

Panchayat Pradhan and forest guard suspend: सिरमौर जिले में दो अलग-अलग मामलों में चार लोगों पर प्रशासन की गाज गिरी है. पहले मामले में अनियमितताओं के कारण ग्राम पंचायत प्रधान और दो वार्ड सदस्यों को सस्पेंड किया गया है और एक अन्य मामले में फॉरेस्ट गार्ड पर गाज गिरी है. डिटेल में पढ़ें खबर...

सिरमौर में 3 जनप्रतिनिधि और एक फॉरेस्ट गार्ड सस्पेंड
सिरमौर में 3 जनप्रतिनिधि और एक फॉरेस्ट गार्ड सस्पेंड (कॉन्सेप्ट इमेज)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 25, 2024, 10:07 PM IST

सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में बुधवार को दो अलग-अलग विभागों ने कार्रवाई करते हुए कुल 4 लोगों को सस्पेंड किया है. एक ओर जहां पंचायत प्रधान सहित 2 वार्ड सदस्यों को वित्तीय अनियमितताओं के चलते सस्पेंड किया गया है, तो वहीं वन विभाग ने भी एक फॉरेस्ट गार्ड पर सस्पेंशन की गाज गिराई है.

पहला मामला विकास खंड शिलाई का है. यहां ग्राम पंचायत लाणी बोराड़ के प्रधान सहित पंचायत के 2 वार्ड सदस्यों को उनके पदों से सस्पेंड किया गया है. पंचायत प्रधान रमेश कुमार, वार्ड सदस्य कपिल राणा और आशा देवी पर वित्तीय अनियमितताओं और कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही के चलते निलंबन की गाज गिरी है.

इस संबंध में जिला पंचायत अधिकारी सिरमौर अभिषेक मित्तल ने संबंधित जनप्रतिनिधियों के निलंबन के आदेश जारी किए हैं. इसके साथ चल-अचल संपत्ति तत्काल प्रभाव से ग्राम पंचायत सचिव को सौंपने के भी निर्देश दिए हैं.

पंचायत प्रधान रमेश कुमार पर ग्राम पंचायत की संपत्ति के दुरुपयोग का आरोप लगा है, जबकि वार्ड सदस्य कपिल राणा पर पंचायत कार्यों में लापरवाही और साक्ष्यों से छेड़छाड़ का संदेह जताया गया है. वहीं, आशा देवी के खिलाफ जारी आदेश में 150 बैग सीमेंट और अन्य सामग्री के गायब होने के साथ-साथ करीब डेढ़ लाख रुपए की सामग्री के अनुचित उपयोग का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि जांच के बाद तीनों जनप्रतिनिधियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया.

जवाब संतोषजनक न पाए जाने के बाद उपरोक्त कार्रवाई अमल में लाई गई. जिला पंचायत अधिकारी अभिषेक मित्तल ने बताया "प्रधान के साथ दोनों वार्ड सदस्यों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश पंचायती राज अधिनियम के तहत जांच होगी. जांच के दौरान इनका पद पर बने रहना जांच प्रक्रिया पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. लिहाजा तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. साथ ही यह भी निर्देश दिए गए हैं कि यदि उनके पास पंचायत की कोई भी चल-अचल संपत्ति है, तो उसे तुरंत ग्राम पंचायत सचिव को सौंपना सुनिश्चित करें."

लाखों की सरकारी लकड़ी गायब, फॉरेस्ट गार्ड भी सस्पेंड

दूसरा मामला वन विभाग से जुड़ा है. वन मंडल पांवटा साहिब की भंगानी रेंज में लाखों रुपये की सरकारी लकड़ी गायब होने के मामले में डीएफओ पांवटा साहिब ऐश्वर्या राज ने भंगानी रेंज के फॉरेस्ट गार्ड कपिल शर्मा को सस्पेंड कर दिया है. साथ ही संबंधित कर्मी का हेड क्वार्टर भी बदल दिया है.

आगामी आदेश तक कर्मी को डीएफओ हेड क्वार्टर में लगाया गया है. जानकारी के मुताबिक वन परिक्षेत्र भंगानी रेंज की भंगानी बीट में लाखों रुपये की सरकारी लकड़ी थी, जो अब गायब है. अब यह लकड़ी कहां गई है, यह जांच का विषय है.

डीएफओ इस मामले की जांच कर रहे हैं. जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति साफ होगी कि लाखों रुपये की यह सरकारी लकड़ी कहां और कैसे गायब हुई. लकड़ी गायब होने के मामले में कौन-कौन संलिप्त है यह भी जांच के बाद ही सामने आ सकेगा. वन वृत नाहन के वन अरण्यपाल वीके बाबू ने बताया "फॉरेस्ट गार्ड को सस्पेंड किया गया है. पांवटा साहिब डीएफओ मामले की जांच कर रहे हैं."

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