जयपुर : भाजपा में इन दिनों सांगठनिक चुनाव का अभियान 'संगठन पर्व' चल रहा है. इसमें अब जिला अध्यक्षों के चुनाव होने हैं. मंडल अध्यक्ष चुनाव में जिस तरह से विवाद खड़ा हुआ और कई मंडल अध्यक्षों के नाम घोषित होने के बाद निरस्त करने पड़े, उस स्थिति में जिला अध्यक्ष के चयन के वक्त बचने के लिए पार्टी ने ठोस रणनीति बनाई है. पार्टी जिला अध्यक्षों के नाम एक साथ घोषित करने की जगह हर जिले में अलग-अलग सर्व सम्मति नाम घोषित करने की योजना पर काम कर रही है. इसमें पार्टी के बड़े नेताओं को अलग-अलग जिले की जिम्मेदारी दी है. संगठन के स्तर पर 44 जिलों में से बीजेपी ने 5 जिलों की पहले घोषणा कर दी. अब आज करीब एक दर्जन जिलों की घोषणा होगी. इसके साथ ही अगले तीन दिन में सभी जिला अध्यक्षों के नाम घोषित होने का दावा पार्टी की तरफ से किया जा रहा है.
इन जिलों के नामों की हो सकती है घोषणा:बताया जा रहा है कि बीजेपी सोमवार को एक दर्जन जिलों में अध्यक्ष के चुनाव सम्पन्न कर इनके नामों की घोषणा कर सकती है. शेष जिलाध्यक्षों के अगले तीन दिन दिन में नाम घोषित हो जाएंगे. जिन जिलों की आज घोषणा होने की सम्भावना है, इनमें जोधपुर शहर, जोधपुर देहात, कोटा शहर, कोटा देहात, नागौर, हनुमानगढ़, गंगानगर सहित अन्य जिले शामिल हैं. पार्टी की तरफ से दावा किया जा रहा है कि जिला अध्यक्षों के चुनाव सर्व सम्मति से किया जा रहा है. यही वजह है कि बड़े नेता जिलों में पहुंच कर चुनाव प्रकिया को पूरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में जोधपुर में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, कोटा में चुनाव प्रभारी नारायण पंचारिया अन्य जिलों में पार्टी के प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में चुनाव होंगे.
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सर्व सम्मति से किया जा रहा चुनाव: दरअसल, भाजपा का संगठन पर्व राजस्थान में तय कार्यक्रम से करीब एक महीने पीछे चल रहा है. बीजेपी को 30 दिसंबर 2024 तक जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा करनी थी, इसके बाद 15 जनवरी तक प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन होना था, लेकिन जनवरी का आधा पखवाड़ा समाप्त होने तक भी मंडल अध्यक्षों के चुनाव पर ही सहमति नहीं बन पाई. 1100 से ज्यादा मंडल में से सिर्फ अभी तक 900 के करीब के ही चुनाव सम्पन्न हुए हैं. जिन जिलों में मंडल अध्यक्ष बन चुके हैं, वहां पर पार्टी ने जिला अध्यक्ष भी घोषित करना शुरू कर दिए हैं.