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सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए सर्विलांस टावर देखरेख के मोहताज, एक चौथाई ही कर रहे काम - TIGERS IN SARISKA

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों की मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए 16 सर्विलांस टावर में से केवल 4 ही काम कर रहे हैं.

सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघ
सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघ (ETV Bharat Alwar)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 22, 2024, 6:32 AM IST

Updated : Nov 22, 2024, 8:07 AM IST

अलवर : सरिस्का टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा बढ़ रहा है, लेकिन उनकी सुरक्षा के लिए सर्विलांस टावर पर लगे कैमरे खुद सार संभाल के लिए मोहताज हैं. इन दिनों सरिस्का में बाघों की मॉनिटरिंग की हालत यह है कि यहां 16 सर्विलांस टावर पर लगे कैमरों में से चार ही सर्विलांस टावर अभी काम रह रहे हैं. वर्तमान में सरिस्का टाइगर रिजर्व में 42 बाघ मौजूद हैं, जो सफारी के लिए आने वाले पर्यटकों को लुभा रहे हैं.

जगदीश प्रसाद दहिया, उप वन संरक्षक, सरिस्का (ETV Bharat Alwar)

सरिस्का जंगल के अंदरूनी हिस्सों में लगे हैं टावर : सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग अलवर के उप निदेशक चारू अग्रवाल ने बताया कि सरिस्का में करीब पांच साल पहले सुरक्षा के लिए 16 सर्विलांस टावर पर 96 कैमरे लगाए गए थे. प्रत्येक सर्विलांस टावर पर 6 कैमरे लगे हैं, जिसमें ऑप्टीकल कैमरा, थर्मल कैमरा, पीटीजेड कैमरा, रोटेड कैमरा एवं दो बुलेट कैमरा शामिल हैं. इनमें ऑप्टीकल कैमरा जंगल में काफी दूरी तक होने वाली गतिविधियों को ट्रैप कर लेता है. वहीं, थर्मल कैमरा रात के समय जंगल की गतिविधियों को ट्रैप करता है. पीटीजेड कैमरा टावर की निगरानी करता है. रोटेड कैमरे से जंगल में चारों ओर बाघों की निगरानी रखी जाती है. टावर पर लगे दो बुलेट कैमरा भी ऊपर से नीचे की ओर निगरानी करता है. ये सर्विलांस टावर सरिस्का जंगल के अंदरूनी हिस्सो में लगे हैं.

पढ़ें.दो दशक पहले सरिस्का पर लगा 'बाघ विहीन' होने का कलंक, अब दूसरे टाइगर रिजर्व को करेगा आबाद

सरिस्का के जंगल में 16 सर्विलांस टावर पर कैमरे लगे हैं. ये कैमरे जंगल की सुरक्षा में मददगार हैं. अभी इनमें से कई कैमरे खराब हैं, जिसकी जानकारी सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग को दे दी गई है. जल्द ही ये कैमरे सुचारू रूप से कार्य करना शुरू करेंगे. : जगदीश प्रसाद दहिया, उप वन संरक्षक, सरिस्का

सरिस्का में बिजली की लाइनें नहीं होने के कारण सोलर पैनल के माध्यम से इनकी बैटरी चार्ज की जाती है. इन्हीं बैटरी से ये कैमरे चल रहे थे. टावरों पर लगी बैटरियों को करीब पांच साल हो गए हैं. इन बैटरियों को कम्पनी की ओर से ठीक नहीं किया जा रहा है. अब मुख्यालय के निर्देशानुसार ये टेंडर रिन्यू किया जाएगा. इससे इन टावरों पर लगे कैमरों की बैटरियां बदली जाएंगी, जिसके बाद ये कैमरे फिर से कार्य कर सकेंगे. कुछ कैमरे खराब भी हैं, जिन्हें भी टेंडर रिन्यू होने के बाद ठीक किया जा सकेगा. अभी आईटी की टीम सरिस्का के जंगलों में लगे कैमरों की जांच कर रही है, जो कैमरे शीघ्र चलाए जा सकते हैं, उन्हें चलाया जाएगा.

Last Updated : Nov 22, 2024, 8:07 AM IST

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