नीतीश कैबिनेट का विस्तार जल्द (Etv Bharat) पटना: महागठबंधन से अलग के बाद नीतीश कुमारने इस साल फिर से एनडीए में वापसी की है और उसके बाद जनवरी में बीजेपी और अन्य सहयोगी दलों के साथ सरकार बनाई है. मार्च में नीतीश मंत्रिमंडल का एक बार विस्तार हो चुका है. अब दूसरी बार नीतीश मंत्रिमंडल का विस्तार होने की चर्चा है.
नीतीश कैबिनेट का विस्तार जल्द : बिहार विधानसभा में 243 सदस्य हैं. अभी चार विधायकों का स्थान रिक्त पड़ा हुआ है, लेकिन कुल सदस्यों की संख्या के हिसाब से 36 मंत्री बिहार में बनाये जा सकते हैं. अभी नीतीश कुमार के साथ कुल 30 मंत्री मंत्रिमंडल में हैं. ऐसे में 6 नए मंत्री बनाए जाने की गुंजाइश है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्रिमंडल विस्तार के संकेत दिए हैं और उसके बाद कई तरह के कयास नए चेहरों पर लगाए जा रहे हैं.
दिलीप जायसवाल के बयान के बाद अटकलें तेज: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से सोमवार को मुलाकात की थी. उसके बाद बयान भी दिया था कि जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, लिस्ट तैयार है. ऐसे तो पिछले एक महीने से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा हो रही है, लेकिन दिलीप जायसवाल के बयान के बाद मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होगा, यह तय हो माना जा रहा है. वहीं दिलीप जायसवाल के बयान के बाद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष इस पर बोलने से बच रहे हैं.
"सब तैयार है. मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है. लिस्ट तैयार है."-दिलीप जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
"मंत्रिमंडल के विस्तार का विशेषाधिकार माननीय मुख्यमंत्री जी का है. दिलीप जायसवाल ने जो बोला उसका अधिकार तो हमारे नेता का है."-उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
मिथिलांचल और शाहाबाद पर होगी विशेष नजर: राजनीतिक विशेषज्ञ सुनील पांडे का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी खेमे में नए मंत्री बनने के लिए कई दावेदार हैं. ऐसे बीजेपी की तरफ से नाम जाने के बाद ही नीतीश कुमार उस पर फैसला लेंगे. जो भी फैसला होगा विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखकर ही लिया जाएगा.
"चर्चा यह चल रही है कि बिहार एनडीए में बीजेपी सबसे बड़ा दल है, इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में तीन से चार मंत्री भाजपा के बन सकते हैं. वहीं जदयू के एक या दो मंत्री बनाए जा सकते हैं. एनडीए में पशुपति पारस गुट को एक भी सीट लोकसभा चुनाव में नहीं दिया गया था. अभी हाल में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल उनसे मुलाकात की थी और उसके बाद पशुपति पारस अमित शाह से भी मिले थे और यह चर्चा है कि पशुपति पारस गुट को भी एक मंत्री पद दिया जा सकता है."-सुनील पांडे, राजनीतिक विशेषज्ञ
पशुपति पारस के नाम पर चर्चा तेज:विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सभी को खुश करने की कोशिश भी है. पशुपति नीतीश कुमार के गुड बुक में माने जाते हैं. फिलहाल मंत्रिमंडल में नीतीश कुमार के अलावे 29 मंत्री हैं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री हैं. संभव है कि मंत्री पद से इस्तीफा दे दें और उनके स्थान पर किसी वैश्य समाज से आने वाले नेता को मंत्री बनाया जा सकता है.
तारकिशोर को फिर मिल सकता है मौका: साथ ही कुशवाहा समाज से आने वाले किसी नेता को भी मंत्री बनाए जाने की चर्चा है. अभी हाल ही में भगवान सिंह कुशवाहा को एमएलसी बनाया गया है. जदयू अपने कोटे से उन्हें मंत्री पद दे सकती है. 2020 में जब मंत्रिमंडल का गठन हुआ था तो उस समय भाजपा के तरफ से तार किशोर प्रसाद को डिप्टी सीएम बनाया गया था, लेकिन नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद जब सरकार फिर से बनी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया. चर्चा उनके नाम को लेकर भी हो रही है.
ईटीवी भारत GFX (Etv Bharat) बदल सकता है इस मंत्री का विभाग: मिथिलांचल से एनडीए के कई विधायक हैं. ऐसे में संभावना है कि 2025 विधानसभा चुनाव को देखते हुए मिथिलांचल की भागीदारी और बढ़ सकती है. महेश्वर हजारी को मार्च में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का मंत्री बनाया गया है, लेकिन इस विभाग में करने के लिए बहुत कुछ नहीं है और महेश्वर हजारी विधानसभा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद मंत्री बने थे. चर्चा है कि उनका विभाग बदल सकता है.
पिछले दिनों जेपी नड्डा और सीएम नीतीश की मुलाकात:राजनीतिक विशेषज्ञ प्रिय रंजन भारती का भी कहना है कि फैसला नीतीश कुमार को ही करना है. लेकिन जब तक बीजेपी की तरफ से सूची नहीं जाएगी तब तक मंत्रिमंडल विस्तार नहीं होगा. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने जरूर कहा है कि सब कुछ तैयार है और यह भी सही है कि पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर गए हैं. बातचीत हो गई होगी.
"बीजेपी सूची सौंप देगी, उसके बाद किसी भी दिन मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा. मंत्रिमंडल विस्तार में 2025 विधानसभा चुनाव में होने वाली सारी परिस्थितियों को देखकर नीतीश कुमार और बीजेपी के नेता सोशल इंजीनियरिंग और क्षेत्रीय समीकरण के आधार पर ही नए चेहरे को देंगे. कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जाएंगे, इसकी भी चर्चा है."-प्रिय रंजन भारती,राजनीतिक विशेषज्ञ
10 मंत्रियों के पास एक से अधिक विभाग: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पांच विभाग है तो वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के पास वित्त एवं वाणिज्य दो विभाग हैं. उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा के पास पथ निर्माण खान एवं भूतत्व विभाग और कला संस्कृति एवं युवा तीन विभाग हैं. विजय कुमार चौधरी के पास जल संसाधन और संसदीय कार्य दो विभाग हैं. प्रेम कुमार के पास सहकारिता और पर्यावरण बंद एवं पर्यावरण जलवायु परिवर्तन दो विभाग हैं. बिजेंद्र यादव के पास ऊर्जा विभाग और योजना एवं विकास दो विभाग हैं. मंगल पांडे के पास स्वास्थ्य और कृषि दो विभाग है. नीतीश मिश्रा के पास उद्योग और पर्यटन दो विभाग हैं. नितिन नवीन के पास नगर एवं विकास विभाग और विधि दो विभाग हैं.
ईटीवी भारत GFX (Etv Bharat) दलों की मंत्रिमंडल में स्थिति:नीतीश सरकार में जेडीयू, बीजेपी और हम पार्टी को मिलाकर कुल 30 मंत्री हैं. बीजेपी के 78 विधायकों में से 15 मंत्री पद पर हैं. वहीं जेडीयू के पास 45 विधायक हैं, जिनमें से 13 को मंत्री पद दिया गया है. जीतन राम मांझी की पार्टी हम को एक मंत्री पद और एक निर्दलीय से मंत्री है.
छीना जा सकता है एक विभाग:नीतीश मंत्रिमंडल में फिलहाल नीतीश कुमार को छोड़ दें तो 9 मंत्रियों के पास दो या तीन विभाग हैं. उनसे विभाग लेकर नए मंत्रियों को दिया जाएगा. बड़े विभागों में मंगल पांडे से एक विभाग लिया जा सकता है. वहीं विजय कुमार सिन्हा से भी एक विभाग लिया जाएगा. नीतीश मिश्रा के पास भी दो विभाग हैं तो उनसे भी एक विभाग लिया जा सकता है. नितिन नवीन के पास भी दो विभाग है और उनसे भी एक विभाग लेने की चर्चा है. बीजेपी और जदयू के बीच विभागों का बंटवारा पहले हो चुका है. यह तय है कि भाजपा कोटे से जिन मंत्रियों का विभाग लिया जाएगा भाजपा कोटे के ही मंत्री बनेंगे.
बीजेपी की लिस्ट का इंतजार: बिहार में अभी हाल ही में 20 सूत्री का भी गठन हुआ है और उसके बाद आयोग बोर्ड निगम के पुनर्गठन की भी चर्चा है. नीतीश कुमार भाजपा की सूची का इंतजार कर रहे हैं और बीजेपी की सूची मिलने के बाद लिस्ट जारी हो जाएगी.
इस महीने आयोग बोर्ड के साथ मंत्रिमंडल का विस्तार:मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंतिम फैसला नीतीश कुमार को ही करना है, लेकिन हाल में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आए थे उनसे नीतीश कुमार की बातचीत है, न केवल मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हो गई है बल्कि आयोग और बोर्ड निगम को लेकर भी तय हो गया है . मंत्रिमंडल विस्तार से पहले आयोग और बोर्ड निगम की लिस्ट जारी होगी और उसके बाद फिर मंत्रिमंडल विस्तार होगा . इस महीने 20 आयोग बोर्ड निगम के साथ मंत्रिमंडल विस्तार तय माना जा रहा है. ऐसे में भाजपा जदयू और एनडीए के अन्य घटक दलों के नेताओं कार्यकर्ताओं की धड़कन बढ़ी हुई है.
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