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सिया गांव के पास भूस्खलन होने से NH707A क्षतिग्रस्त, वाहनों के थमे पहिए - heavy rain in mussoorie

NH 707A damaged in mussoorie मसूरी में सिया गांव के पास भारी भूस्खलन होने से NH 707A क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं. NH पर भारी वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है. पढ़ें पूरी खबर..

NH 707A damaged in mussoo
भूस्खलन होने से NH 707A हुआ क्षतिग्रस्त (photo- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 28, 2024, 6:57 PM IST

Updated : Aug 28, 2024, 7:32 PM IST

भूस्खलन होने से NH707A क्षतिग्रस्त (video-ETV Bharat)

मसूरी:पहाड़ों की रानी और आसपास के क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से लोगों की मुसीबतें बढ़ रही हैं. इसी बीच सिया गांव के पास भारी भूस्खलन होने से मसूरी से कैंपटी जाने वाला NH 707A क्षतिग्रस्त हो गया है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद हो गई. छोटे वाहनों को बड़ी मुश्किल से निकाला जा रहा है. वहीं, मार्ग के क्षतिग्रस्त होने की सूचना होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और सुरक्षा की दृष्टि से भूस्खलन क्षेत्र के चारों ओर बैरिकेडिंग की गई. छोटे वाहनों को निकालने की कोशिश की जा रही है.

राष्ट्रीय राजमार्ग 707ए भूस्खलन से बाधित:राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी अधिशासी अभियंता नवनीत पांडे ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 707ए सिया गांव के पास भारी भूस्खलन के बाद क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे रोड का आधा भाग पूरी तरीके से खत्म हो गया है. ऐसे में मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकती है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही पर पूर्णत रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़क के निर्माण को लेकर एस्टीमेट तैयार करके उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया है. स्वीकृति के बाद मार्ग निर्माण का काम नई तकनीक से तत्काल शुरू कर दिया जाएगा, जिससे मार्ग 15 दिन के अंदर तैयार हो जाएगा. वहीं भारी वाहन सड़क के निर्माण होने तक विकल्प मार्गों से कैंपटी यमुना पुल आ-जा सकते हैं.

सड़क किनारे नालियों का नहीं है निर्माण:स्थानीय निवासी और जिला पंचायत सदस्य समीर पंवार ने बताया कि सड़क किनारे नालियों का निर्माण ना होने के कारण बरसात का पानी सड़क के पुश्तों पर जा रहा है, जिससे पुश्तों पर पानी भर जाता है और वह भूस्खलन की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों से मांग की है कि सड़क किनारे नालियों का निर्माण कराया जाए और पानी की प्राकृतिक नालों में निकासी कराई जाई.

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Last Updated : Aug 28, 2024, 7:32 PM IST

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