जयपुर.राजस्थान की भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक करने वाले बदमाशों ने अभ्यर्थियों को पेपर बेचकर लाखों रुपए बटोरे और अपने परिवार के लोगों को भी लीक पेपर मुहैया करवाया. इनमें से कई नौकरी पाने में सफल भी रहे. अब एसओजी एक-एक कर इनकी परतें खोल रही है. दरअसल, जूनियर इंजीनियर (जेईएन) भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गिरोह के बदमाशों के तार अब अन्य भर्ती परीक्षाओं से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं.
इस गिरोह में शामिल शिक्षक राजेंद्र कुमार यादव ने अपने बेटे की पत्नी को लीक पर्चा पढ़वाकर लेक्चरर बनवाया. कई अन्य रिश्तेदारों को भी पर्चा मुहैया करवाकर नौकरी लगवाई. जबकि, पटवारी हर्षवर्धन ने पटवारी भर्ती का लीक पेपर अपने दोस्तों को दिया था जिससे उसके कई दोस्त पास होकर पटवारी बन गए. अब इस गिरोह के तार जुड़े होने के चलते एसआई भर्ती-2021 पर भी एसओजी की नजर है. माना जा रहा है कि पेपर लीक गिरोह को लेकर एसओजी आगामी दिनों में कई और खुलासे कर सकती है. एसओजी-एटीएस के एडीजी वीके सिंह का कहना है कि भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और अनुसंधान जारी है. कई पहलुओं पर काम किया जा रहा है जिसे लेकर जल्द और खुलासे होने की उम्मीद है.
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शिक्षक राजेंद्र 9 साल से जुड़ा है गिरोह से:एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि शिक्षक राजेंद्र के बेटे की पत्नी स्कूल लेक्चरर है. उसने भर्ती परीक्षा का पेपर मुहैया करवाकर उसे परीक्षा पास कार्रवाई थी. वह खुद लंबे समय से जयपुर के खातीपुरा की शहीद मेजर दिग्विजय सिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत था. यह नोडल स्कूल है जहां से आसपास की 9 स्कूलों में बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर भेजे जाते हैं. वह 2011 से सहायक परीक्षा प्रभारी था और 2015 में पेपर लीक करने वाले गिरोह से जुड़ा था.