संदेशखाली कांड के विरोध में भाजपा जयपुर. पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं पर अत्याचार और हिंसा के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. महिला अत्याचार के विरोध में बीजेपी की ओर से देश भर में शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया गया. इसी के तहत राजधानी जयपुर में भी शहर भाजपा ने गांधी सर्किल पर पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया. शहर अध्यक्ष राघव शर्मा के नेतृत्व में हुए हुए विरोध प्रदर्शन में शहर भाजपा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को नजरअंदाज किया. सभा स्थल पर जो पोस्टर लगाया गया था, उसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष की फोटो गायब दिखी.
मानवीय भूल है :बीजेपी का यह विरोध प्रदर्शन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में देशभर में किया जा रहा है, जिसमें पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग हो रही है. जयपुर में हुए इस विरोध प्रदर्शन में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को ही पोस्टर में नजरअंदाज किया गया. पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा के साथ कमल के फूल का चिह्न लगाया गया, लेकिन बैनर में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की फोटो नहीं लगाई गई.
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सवालों का कोई औचित्य नहीं : जब इस मामले पर शहर अध्यक्ष और प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे राघव शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी बात नहीं है. एक मानवीय भूल है. ऐसी गलती हो जाती है. हम भाषण में उनका नाम ले रहे हैं, इसलिए यह प्रदर्शन उनके नेतृत्व में माना जाए. यह कोई मुद्दा बनाने का विषय नहीं है. इसी सवाल पर हवा महल विधानसभा विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि जेपी नड्डा राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उनकी फोटो होनी चाहिए और उनकी फोटो नहीं लगी है, लेकिन इसे मुद्दा बनाया जाए ये सही नहीं है. इस पर सवालों का कोई औचित्य नहीं है. इस तरह के विषय को ज्यादा बढ़ावा नहीं देना चाहिए. हम उनके नेतृत्व में और उनके मार्गदर्शन में देशभर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग :भाजपा शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंडे महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं. बंगाल में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता ही इस प्रकार की अत्याचार की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. पश्चिम बंगाल में मानवीय मूल्यों पर कुठाराघात किया जा रहा है और लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. माता और बहनों पर अत्याचार और अनाचार किया जा रहा है. देशभर में भाजपा की ओर से विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की जा रही है.