आगरा: बरहन थाना पुलिस ने घर के बाहर से अगवा करके 5 वर्षीय मासूम की हत्या का पर्दाफाश कर दिया है. 15 लाख रुपये की फिरौती के लिए रिश्ते की दादी ने अपने भाई की मदद से मासूम का अपहरण किया था. बच्चे को पानी में घोलकर नींद की गोलियां पिलाई थीं. गोलियों के ओवरडोज से मासूम बेहोश हो गया तो उसे बोरे में बंद कर अपने साथ गांव ले गए. मगर, जब बच्चे को होश नहीं आया तो उसे सहपऊ रजवाह (बंबा) में फेंक दिया. यहां पानी में डूबकर बच्चे की मौत हो गई. पुलिस की पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. इधर, मासूम की हत्या से घर में कोहराम मचा है. मां, पिता, दादा, दादी, बहनों का रो-रोकर हाल बेहोल है. गांववाले भी हैरान हैं कि, जिसे मासूम दादी कहता था, उसने ही उसे अगवाकर हत्या कर दी.
14 सितंबर को लापता हो गया था बच्चा:बरहन थाना क्षेत्र के आमानाबाद निवासी संजय कुमार का 5 वर्षीय बेटा मयंक उर्फ मुन्नू 14 सितंबर की शाम लापता हो गया था. वो घर के बाहर बच्चों के साथ खेल रहा था. बच्चा घर नहीं पहुंचा तो परिजन उसकी तलाश में जुट गए. पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने भी छानबीन शुरू की. मगर, मासूम का कोई सुराग नहीं लगा. परिजन ने मासूम मुन्नू के अपहरण की आशंका जताई. जिस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया था. 16 सितंबर की दोपहर मुन्नू का शव गांव आमानाबाद से पांच किलोमीटर दूर सहपऊ रजवाह (बंबा) में उताराया मिला था. उसका एक कान कटा था और चेहरे पर भी चोट के निशान थे. बच्चे की मौत की वजह पोस्टमार्टम में डूबना आई है.
मोबाइल की लोकेशन और छानबीन से आरोपी तक पहुंची पुलिस :एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत ने बताया कि मासूम के अपहरण और हत्या के खुलासे के लिए कई टीमें लगाईं थीं. ग्रामीणों से भी पूछताछ की. जिसमें सामने आया कि हाथरस जिले के सहपऊ निवासी ललित 14 सितंबर को अपनी बहन कल्पना शर्मा के यहां पर आया था. जब से मुन्नू गायब हुआ, तब से ललित को नहीं देखा गया है. इस पर पुलिस टीम ने ललित और कल्पना शर्मा को लेकर जानकारी जुटाई. गांव और आसपास के सीसीटीवी देखे तो ललित एक बोरे में कुछ ले जाते दिखा. जिस पर ललित को हिरासत में लिया. वह पूछताछ में पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा. हर बार अलग कहानी बताता. मगर, जब ललित की बहन कल्पना से पूछताछ की गई और मोबाइल की लोकेशन निकलवाई तो उसने सच्चाई बता दी.