जबलपुर:रेलवे बोर्ड ने पश्चिम मध्य रेलवे से जबलपुर से रायपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए शेड्यूल मांगा है. यदि जबलपुर से रायपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाती है, तो मात्र 7 घंटे में जबलपुर से रायपुर की यात्रा की जा सकेगी.
जबलपुर से रायपुर जाने के लिए दो रास्ते
जबलपुर से रायपुर जाने के लिए दो रास्ते हैं. पहला रास्ता कटनी, शहडोल और बिलासपुर होते हुए रायपुर पहुंचता है. यह काफी लंबा है. इसमें ट्रेन को 500 किलोमीटर चलना पड़ता है. फिलहाल जो ट्रेन इस रूट पर चल रही हैं. उनमें जबलपुर से रायपुर पहुंचने में 12 घंटे से ज्यादा का वक्त लग जाता है. इस रूट पर फिलहाल भोपाल दुर्ग एक्सप्रेस और इंदौर बिलासपुर एक्सप्रेस आती जाती है. इसलिए यदि वंदे भारत जबलपुर से रायपुर के बीच चलाई जाएगी, तो इसे गोंदिया ब्रॉड गेज होकर ही चलाया जा सकता है. जबलपुर से गोंदिया होते हुए रायपुर पहुंचने में यह यात्रा 400 किलोमीटर की होगी.
7 घंटे में जबलपुर से रायपुर की यात्रा होगी पूरी
जबलपुर से गोंदिया होते हुए रायपुर वाले रूट पर फिलहाल मात्र एक एक्सप्रेस चलती है. यदि यह रूट चालू होता है, तो इसका फायदा सिवनी, मंडला बालाघाट के अलावा नागपुर जाने वाले लोगों को भी मिलेगा, क्योंकि गोंदिया से नागपुर के लिए पर्याप्त ट्रेन हैं. पश्चिम मध्य रेलवे ने जो शेड्यूल भेजा है, उसमें मात्र 7 घंटे में जबलपुर से रायपुर की यात्रा पूरी हो जाएगी. ट्रेन जबलपुर से सुबह 5 बजे निकलेगी 6.49 बजे नैनपुर, 8.08 बजे बालाघाट, 9.10 बजे गोंदिया, 10.24 बजे राजनांद गांव, 11.12 बजे दुर्ग और 11.55 बजे रायपुर पहुंचेगी.
इसी तरह वापसी में रायपुर से दोपहर 1.20 बजे चलकर दुर्ग 2.10 बजे, 2.29 बजे राजनांद गांव, 3.55 बजे गोंदिया, 4.29 बजे बालाघाट, 5.44 बजे नैनपुर पहुंचेगी. इसके बाद यहां से कछपुरा, मदन महल होते हुए रात 8.15 बजे जबलपुर मुख्य स्टेशन पहुंचेगी. जबलपुर से रायपुर के बीच का करीब 410 किमी का सफर सात घंटे में पूरा होगा.
औद्योगिक विकास होगा
पश्चिम मध्य रेलवे की परामर्शदात्री समिति के सदस्य राघवेंद्र पटेल ने बताया कि "वे लंबे समय से जबलपुर से रायपुर के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस की मांग कर रहे थे, यदि रेलवे बोर्ड इसकी घोषणा करती है, तो इसका फायदा जबलपुर और रायपुर दोनों के औद्योगिक विकास में होगा, क्योंकि कारोबार और व्यापार के सिलसिले में रायपुर और जबलपुर का कनेक्शन बहुत जरूरी है."