भोपाल. मोहन यादव (Mohan Yadav) जबसे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं तभी से एक्शन मोड में हैं. वे एक के बाद एक फैसले ले रहे हैं, जिनमें बड़े बदलाव भी साफ देखने मिल रहे हैं. मोहन कैबिनेट (Mohan Cabinet) को बने हुए 1 महीना पूरा हो गया है, जिसमें से 17 पहली बार मंत्री बने हैं. ऐसे में नए मंत्रियों को लीडरशिप के गुणों के साथ-साथ इस ट्रेनिंग में मैनेजमेंट, फाइनेंस के गुर सिखाए जाएंगे. इन मंत्रियों को विभागीय बजट की बारीकियों के बारे में सिखाया जाएगा.
दो दिन चलेगी मंत्रियों की पाठशाला
इस दो दिन की पाठशाला में संघ द्वारा लीडरशिप (Leadership) के गुर तो सिखाए ही जाएंगे, साथ ही मैनेजमेंट (Management) गुरु ये भी बताएंगे कि कैसे लोगों के साथ व्यवहारिक रहना है. इसके लिए अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन नीति विश्लेषण संस्थान और रामभाऊ म्हाळगी प्रबोधनी संस्थान के दिग्गज इन मंत्रियों को ट्रेनिंग देंगे, जिसमें अलग-अलग सेशन होंगे. जन-प्रतिनिधियों के लिए 3 और 4 फरवरी, दो दिन ओरिएंटेशन प्रोग्राम दिए जाएंगे.
मंत्रियों को तनाव से कैसे मुक्ति मिले, बताएंगे विशेषज्ञ
मध्यप्रदेश लीडरशिप समिट (Mp govt leadership summit ) के पहले दिन 3 फरवरी को दोपहर 3 बजे समिट का शुभारंभ होगा। पहले दिन मुख्यमंत्री डॉ. यादव का मुख्य उद्बोधन होगा. इसके बाद 'आकांक्षाएं और संकल्प भारत सरकार की अहम पहल' विषय पर आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम अंतर्गत नीति आयोग, भारत सरकार के आनंद शेखर और 'तनाव प्रबंधन' पर डॉ. विक्रांत तोमर का उद्बोधन होगा. लीडरशिप समिट के दूसरे दिन सुबह 10 बजे से शाम 7:30 बजे तक सत्रों का आयोजन होगा. इनमें 'विधायी कार्य-प्रणाली', 'अवसर एवं चुनौतियां', 'आकांक्षाएं एवं संकल्प-भारत सरकार की अहम पहल' और 'प्रौद्योगिकी एवं सुशासन' विषय पर सत्रों का आयोजन होगा.