भोपाल: मध्य प्रदेश में किसानों ने सोयाबीन पर मुंह मागी एमएसपी नहीं मिलने पर कई दिनों तक प्रदर्शन किया. सोयाबीन के साथ किसानों ने धान, चना और मसूर पर भी एमएसपी की मांग कर रहे थे. दूसरी तरफ प्रदेश में खाद की किल्लत भी लगातार देखने मिल रही है. खाद के लिए किसान दिन-रात लाइनों में लग रहे हैं. चारों पर खाद को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के किसानों का भी प्रदर्शन देखने मिल रहा है. ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संसद में बड़ा ऐलान किया है. नरेंद्र मोदी सरकार सभी कृषि उपजों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने वाली है.
कृषि उपज को MSP पर खरीदेगी सरकार
राज्यसभा में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने किसानों से जुड़ा सवाल पूछा था. जिसका जवाब देते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि " एमएसपी यानि की न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर मेरी राय बहुत पवित्र है. हम लागत का 50 प्रतिशत से ज्यादा मिनिमम सपोर्ट प्राइस तय करेंगे और खरीदने का भी काम करेंगे. केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि एमएसपी पर किसानों का पूरा उत्पाद खरीदा है और आगे भी खरीदेंगे.
फसल की लागत पर 50 % प्रॉफिट जोड़कर तय होगी MSP
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि साल 2019 में मोदी सरकार ने ही लागत पर 50 प्रतिशत प्रॉफिट जोड़कर एमएसपी की दरें तय की जाएगी, यह फैसला किया है. जबकि कांग्रेस ने कभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा लागत पर प्रॉफिट नहीं दिया. शिवराज सिंह ने कहा कि सदन के माध्यम से मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि किसानों की सभी उपज एमएसपी पर खरीदी जाएगी. उन्होंने कहा कि मेरे लिए किसानों की सेवा भगवान की पूजा है. इस दौरान शिवराज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब आपकी सरकार थी, तब आपने कभी भी एमएसपी पर खरीदी नहीं की. किसान खून के आंसू रोए हैं.
सब्सिडी पर खाद देगी सरकार
वहीं खाद को लेकर हो रही मारामारी पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि देशभर के किसानों को हम सब्सिडी देकर खाद उपलब्ध कराएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले साल भी 1 लाख 94 हजार करोड़ की सब्सिडी किसानों की दी है. तब जाकर किसानों को यूरिया की बोरी सस्ती मिलती है. इस बार भी हम सब्सिडी देकर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं. केमिकल फर्टिलाइजर के अंधाधुंध प्रोयग के कारण जो नकुसान होते हैं, उसके लिए अवेयरनेस प्रोग्राम कर रहे हैं.