उदयपुर. जीवन को वर्तमान में जिओ, जो जा चुका है. उस पर पछतावा कभी नहीं करना चाहिए. जीवन के हर क्षण का आनंद लेते हुए अपने जीवन का पूरा सदुपयोग करना ही एक सफल जीवन का मूल है. यह कहना है विश्वविख्यात मोटिवेशनल स्पीकर मोहनजी का.
दरअसल पेसिफिक मेडिकल विश्वविद्यालय की ओर से 'समानता और सेवाः जीवन में सद्भाव के लिए आवश्यक तत्व' विषय पर अपने व्याख्यान में मोहनजी ने कहा कि आपने जीवन में क्या पाया? यह एक प्रश्न है जिस पर सब कहेंगे कि मैंने पैसा कमाया, पर यह हमेशा एक जैसा नहीं होगा. इसलिए आपने क्या कमाया, वो हैं हमारे अनुभव और आपके जीवन की क्या बचत है? तो आप पायेंगे कि स्मृतियां, यादें ही आपकी वास्तविक बचत है. आप इस संसार के लिए क्या हैं? वो हमेशा चिरस्थायी रहेगा और लोग आपको उसके लिए ही याद रखेंगे न कि आप क्या हो या क्या थे, उससे जाने जाओगे.