जयपुर: आज राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. राजस्थान में भी स्टार्टअप के जरिये युवाओं को अपने बिजनेस शुरू करने का अवसर दिए जा रहा है. 16 जनवरी को देशभर में राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य युवाओं में उद्यमिता की भावना को प्रोत्साहित करना और स्टार्टअप्स की उपलब्धियों को बढ़ावा देना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत की थी और 2022 में 16 जनवरी को राष्ट्रीय स्टार्टअप दिवस घोषित किया. पीएम मोदी ने स्टार्टअप्स को 'नए भारत' की रीढ़ बताया था. इस दिन युवाओं को अपने विचारों को पंख देने और व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
राजस्थान भी स्टार्टअप के लिहाज से एक प्रमुख केंद्र बनता जा रहा है. प्रदेश में युवाओं को अपने बिजनेस शुरू करने का शानदार मौका मिल रहा है, और यह प्रदेश स्टार्टअप्स के लिए एक हब के रूप में उभर रहा है. हालांकि, स्टार्टअप्स की बढ़ती संख्या और उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों को लेकर कई युवाओं ने सरकार से सुविधाओं और योजनाओं के विस्तार की अपील की है. प्रदेश में न केवल राजस्थान बल्कि अन्य राज्यों से युवा आकर अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ा रहे हैं. राजस्थान स्टार्टअप का हब बनता जा रहा है, लिहाजा सुविधा और स्कीम के विस्तार की जरूरत महसूस की जाने लगी है.
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स्टार्टअप की बढ़ती पसंद राजस्थान: असाइनइंक सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड की फाउंडर नेहा अग्रवाल ने कहा, "हमारा स्टार्टअप युवाओं के लिए एआई टूल बना रहा है, ताकि उन्हें सही दिशा मिल सके. राजस्थान में स्टार्टअप्स का ग्रोथ काफी बढ़ा है, लेकिन सरकार से मिलने वाले फंड में देरी होती है, जिससे आर्थिक दबाव बढ़ जाता है. यदि फंड समय पर मिलें तो स्टार्टअप्स को और मदद मिल सकती है."
इसके अलावा, असाइनइंक सॉल्यूशन के सीईओ श्रेय गोस्वामी ने कहा, "जयपुर में स्टार्टअप्स के लिए बहुत अच्छा स्कोप है. बेंगलुरु जैसी जगहों की तुलना में राजस्थान में कम लागत में स्टार्टअप शुरू किए जा सकते हैं, यही कारण है कि यहाँ पर कई युवा अपने स्टार्टअप्स चला रहे हैं. हालांकि, सरकार को और स्पेस उपलब्ध कराना होगा, क्योंकि स्टार्टअप्स की संख्या लगातार बढ़ रही है."
स्कीमों का विस्तार और जागरूकता की कमी : स्क्रैप बैग के CEO मृदुल अग्रवाल ने बताया, "हमारा स्टार्टअप स्वच्छता पर काम कर रहा है और कचरे से उपयोगी उत्पाद बना रहा है. सरकार की तरफ से सुविधाएं मिल रही हैं, लेकिन जैसे-जैसे स्टार्टअप्स बढ़ रहे हैं, सभी को समान अवसर देना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. सरकार को छोटे शहरों में भी स्टार्टअप्स के लिए बेहतर नेटवर्किंग और सुविधाएं उपलब्ध करानी चाहिए." सोल्स ऑफ इंडिया के फाउंडर दिव्यम गोयल ने कहा, "भारत सरकार और राज्य सरकार ने स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देने के लिए अच्छे कदम उठाए हैं, लेकिन राजस्थान में योजनाओं का प्रचार प्रसार सही तरीके से नहीं हो रहा है. यदि सरकार इन योजनाओं का प्रचार सही से करे तो और ज्यादा युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा."