मुरैना: चम्बल घड़ियाल सेंचुरी से सोमवार को चम्बल राजघाट पर नदी में 25 घड़ियालों के बच्चों को रिलीज किया गया. ये अब अपने दम पर यहां आगे बढ़ेंगे. घड़ियाल के ये बच्चे दो से ढाई साल की उम्र के हैं. वन विभाग इनकी समय-समय पर निगरनी करेगा. इसीलिए इन्हें बैच टैग लगाए गए हैं. नदी तक लाने के लिए इन्हें कई बॉक्स में लाया गया. ये नजारा देखने के लिए नदी किनारे काफी संख्या में लोग मौजूद रहे.
चंबल नदी में कितने घड़ियाल? वन विभाग कैसे करता है निगरानी? जानिए सब कुछ - CHAMBAL GHARIAL SANCTUARY
चम्बल घड़ियाल सेंचुरी से घड़ियालों के 25 बच्चों को बॉक्स में लाकर चंबल नदी में छोड़ा गया. अब चंबल में ही आगे का जीवन बिताएंगे.
By ETV Bharat Madhya Pradesh Team
Published : Jan 14, 2025, 11:29 AM IST
|Updated : Jan 14, 2025, 11:51 AM IST
वनमंडलाधिकारी सुजीत जे पाटिल ने मंगलवार को बताया "इस वर्ष 98 घड़ियालों के बच्चों को चम्बल नदी में रिलीज करना है. इनमे से हमने आज 25 को रिलीज कर दिया है. नदी मे छोड़े गए घड़ियालों में 21 मादा और 4 नर हैं. सोमवार को वह अपने टीम के साथ चम्बल राजघाट पुल पर पहुंचे. यहां पर चम्बल घड़ियाल सेंचुरी के कर्मचारी घड़ियालों के बच्चों को लेकर पहले से मौजूद थे." डीएफओ ने कर्मचारियों की मौजूदगी में एक-एक कर घड़ियाल के 25 बच्चों को चंबल नदी के पानी में रिलीज किया.
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वन विभाग घड़ियालों पर रखेगा निगरानी
वनमंडलाधिकारी सुजीत जे पाटिलने बताया "देवरी घड़ियाल केंद्र में लगभग 3 साल पहले दो से ढाई साल के घड़ियालों के अंडों की हैचिंग कराई गई थी. जिन्हें देवरी घड़ियाल केंद्र पर ही पाला जा रहा था. अब ये बड़े होकर प्राकृतिक रहवास में रहने योग्य हो गए हैं. वर्तमान में कुल 98 घड़ियाल चंबल नदी में छोड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. अब यह घड़ियाल चंबल नदी में विचरण कर अपना रहवास तय करेंगे. इसके बाद यह अपना कुनबा बढ़ाएंगे. इनकी समय-समय पर देखभाल होती रहे, इसके लिए सभी को बैच टैग लगाए गए हैं."