नई दिल्ली:चुनाव आयोग को विशेष सारांश संशोधन 2025 के दौरान अब तक लगभग 2.25 लाख फॉर्म (6, 7 और 8) प्राप्त हुए हैं. दिल्ली की मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) आर. एलिस वाज ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दावे और आपत्तियां दाखिल करने की प्रक्रिया 29 अक्टूबर, 2024 से शुरू हुई थी और 28 नवंबर, 2024 को समाप्त हो गई. हालांकि, मतदाता सूची में अधिकतम भागीदारी और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए यह प्रक्रिया जारी रहेगी.
आर. एलिस वाज ने बताया कि एक स्वच्छ और शुद्ध मतदाता सूची तैयार करना बहुत महत्वपूर्ण है, जिससे चुनाव के दिन केवल पात्र मतदाता ही अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें और फर्जी मतदान की संभावना समाप्त हो. इसके लिए चुनाव आयोग हर साल विशेष सारांश संशोधन करता है, जिसमें दो मुख्य गतिविधियां होती हैं.
बीएलओ ने दिल्ली के हर घर का दौरा किया:आर. एलिस वाज ने बताया कि संशोधन-पूर्व गतिविधियों के तहत, 20 अगस्त 2024 से दिल्ली के बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) द्वारा घर-घर जाकर सत्यापन अभियान चलाया गया. बीएलओ ने दिल्ली के प्रत्येक घर का दौरा किया और जिन नागरिकों का नाम मतदाता सूची में नहीं था, या जो 1 अक्टूबर 2025 तक 18 वर्ष के हो जाएंगे, उनकी पहचान की. इसके अलावा, मृतक या स्थायी रूप से स्थानांतरित मतदाताओं की प्रविष्टियों को सूची से हटाने की प्रक्रिया भी की गई. इस सत्यापन अभियान के दौरान लगभग 1.62 लाख फॉर्म एकत्र किए गए, जिनमें मतदाता सूची में जोड़ने, हटाने और सुधारने के लिए आवेदन किए गए.
53 मतदान केंद्रों को हटाया, 123 नए जोड़े गए:मुख्य निवार्चन अधिकारी के अनुसार, मतदान केंद्रों के युक्तिकरण की प्रक्रिया भी की गई, जो एक और प्रमुख संशोधन-पूर्व गतिविधि थी. इस प्रक्रिया का उद्देश्य भारत चुनाव आयोग (ईसीआई) के दिशा-निर्देशों के तहत मतदान केंद्रों पर भीड़-भाड़ को कम करना था. कुल 53 मतदान केंद्र स्थानों को हटाया गया, जबकि 123 नए मतदान केंद्र स्थान जोड़े गए. इससे दिल्ली में कुल 70 मतदान केंद्र स्थानों में वृद्धि हुई. इससे मतदाताओं को बेहतर सुविधा और पहुंच मिलेगी.