भोपाल:सीएम डॉ मोहन यादव मंगलवार की शाम अचानक दिल्ली रवाना हो गए. दिल्ली की अचानक हो रही यात्रा को लेकर कई तरह की अटकलें हैं. कहा जा रहा है कि ये यात्रा कैबिनेट विस्तार के संबंध में है. अभी तक कैबिनेट मंत्री बनाए गए रामनिवास रावत को भी कोई पद नहीं सौंपा गया है. संभवत इस यात्रा में मुख्यमंत्री विभाग के बंटवारे के साथ कैबिनेट विस्तार पर भी चर्चा करें. रावत को मंत्री बनाए जाने के बाद अब भी कैबिनेट में तीन पद खाली हैं.
मोहन यादव के दिल्ली दौरे की वजह
एमपी के सीएम डॉ मोहन यादव के अचानक दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. क्या ये दौरा संभावित कैबिनेट विस्तार को लेकर है. रामनिवास रावत को अब तक विभाग नहीं सौंपा गया. वहीं अमरवाड़ा सीट से चुनाव जीते कमलेश शाह को भी मंत्री पद के वादे के साथ बीजेपी में लाया गया था. जाहिर है उन भी निर्णय होना है.
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पवन देवलिया कहते हैं कि "सीएम का जो दिल्ली दौरा है उसमें छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट से उपचुनाव जीते कमलेश शाह के मामले में निर्णय हो सकता है. इसके अलावा मंत्रियों को जिले का प्रभार नहीं दिया गया है. संभव है कि इस पर भी चर्चा हो. दूसरा पिछले दिनों रामनिवास रावत के मंत्री बन जाने के बाद जिस तरह से सीनियर विधायकों की नाराजगी सामने आई है. इसे लेकर भी चर्चा हो सकती है. बाकी बचे 3 रिक्त पदों को कैसे भरा जाए."
'केन्द्रीय बजट के पहले होती है यात्रा'
बीजेपी के प्रवक्ता डॉ हितेष वाजपेयीका कहना है कि " केन्द्रीय बजट के पहले ऐसी मुलाकात सामान्य बात है. राज्य के मुख्यमंत्री इस तरह की मुलाकात के लिए जाते ही हैं. सामान्य समय मिलने पर मुलाकात के लिए सीएम जा रहे हैं. इसे किसी भी तरह की सनसनी के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए. बीजेपी मे सारी प्रक्रियाएं सामान्य रुप से चलती हैं."