सीमेंट प्लांट की मनमानी से नाराज मंत्री टंकराम वर्मा, मुआवजा नहीं देने पर आंदोलन की दी चेतावनी
Cement Plant Hirmi सीमेंट प्लांट हिरमी में ठेका श्रमिक की मौत मामले में मंत्री टंकराम वर्मा ने आंदोलन की चेतावनी दी है. मंत्री ने कंपनी को उचित मुआवजा और नौकरी देने के निर्देश कंपनी को दिए थे.लेकिन कंपनी ने किसी भी तरह की सहायता से इनकार कर दिया.कंपनी के इस रवैये से नाराज मंत्री ने अब जन आंदोलन की बात कही है.
सीमेंट प्लांट हिरमी की मनमानी से नाराज मंत्री टंकराम वर्मा
बलौदाबाजार : सीमेंट प्लांट हिरमी की मनमानी की शिकायत राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से की गई थी. शिकायत में कहा गया था कि प्लांट प्रबंधन ने ठेका कर्मचारी की मौत के बाद परिवार की कोई मदद नहीं की.शिकायत के बाद मंत्री टंकराम वर्मा ने प्रबंधन को पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के निर्देश दिए थे.लेकिन प्रबंधन के तरफ से आए अफसरों ने ठेका श्रमिक की मौत पर कोई भी मदद करने से इनकार कर दिया. जब इस मामले की शिकायत दोबारा मंत्री के पास पहुंची तो टंकराम वर्मा ने संबंधित के कंपनी के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है.
कैसे हई थी ठेका श्रमिक की मौत ?:हिरमी सीमेंट प्लांट में काम करने वाले महेश आनंद की मौत को लेकर परिजनों ने आरोप लगाए थे. परिजनों के मुताबिक प्लांट में काम के दौरान तबीयत बिगड़ने पर अनंत को पहले तिल्दा अस्पताल और फिर बिना इलाज किए रायपुर अस्पताल ले जाया गया. जहां 4 जुलाई को अनंत की मौत हो गई. मृत्यु के बाद न तो अस्पताल प्रबंधन ने पंचनामा बनाया और न ही पोस्टमॉर्टम किया. सतनामी समाज में शव को दफन करने का रिवाज है. लेकिन सीमेंट प्लांट के अधिकारियों ने मनमानी करते हुए महेश अनंत के शव को जला दिया.
थाने में शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई :परिवार के सदस्यों ने इस बात की शिकायत थाना से लेकर उच्च अधिकारियों तक की. मजदूर यूनियन ने भी मुद्दा उठाया. इसके बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर महेश अनंत की पत्नी और बेटी ने मंत्री टंकराम वर्मा से शिकायत की. इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए मंत्री वर्मा ने सीमेंट प्लांट के एचआर मैनेजर सहित अन्य अधकारियों को बुलाकर पीड़ित परिवार को मुआवजा देने के निर्देश दिए. लेकिन प्रबंधन ने किसी भी तरह की मदद करने से इनकार कर दिया.
मंत्री टंकराम वर्मा हुए नाराज :इस बात से नाराज मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि काम के दौरान कर्मचारी की तबीयत बिगड़ी, बिना ऑक्सीजन के उसे एम्बुलेंस में ले जाया गया. सुविधा के साथ ले जाते तो जान बच सकती थी. इसलिए ये कंपनी की घोर लापरवाही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. नौकरी और मुआवजा नहीं देने पर मंत्री ने कंपनी प्रबंधन को साफ चेतावनी दी है. मंत्री ने कहा है कि क्षेत्र के लोगों के साथ किसी भी प्रकार हठधर्मिता या मनमानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. नौकरी और मुआवजा नहीं देने पर मंत्री ने कंपनी की घेरा बंदी करने की चेतावनी दी है.