लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 में अयोध्या लोकसभा सीट पर हुई पराजय का बदला लेने के लिए बीजेपी ने मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में बड़ा दांव खेला है. अयोध्या जनपद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मकर संक्रांति पर अपने उम्मीदवार का नाम घोषित करते हुए चंद्रभान पासवान का टिकट फाइनल किया है. इसके चलते अब यहां के चुनाव में जातीय समीकरण बहुत ही प्रभाव होने वाला है.
माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने क्षेत्रीय दलित चेहरे चंद्रभान पासवान को उतारकर नए समीकरण खड़े करने की रणनीति अपनाई है. बीजेपी के केंद्रीय कार्यालय में महामंत्री अरुण सिंह की ओर से जारी पत्र में चंद्रभान पासवान को टिकट देने की घोषणा मंगलवार की दोपहर की गई है.
बता दें कि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मतदान 5 फरवरी को है. जिसके नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी हर हाल में मिल्कीपुर विधानसभा सीट को जीतना चाहती है. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनप्रतिनिधियों और नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं.
मिल्कीपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी से अपनी दमदार दावेदारी प्रस्तुत करने वाले चंद्रभानु पासवान ने बताया कि वे और उनके परिवार के लोग जनसेवा के लिए चुनाव लड़ते हैं. उन्होंने बीजेपी में अपना जो बायोडाटा दिया था. उसमें कहा था कि समाजसेवा के रूप में उनके परिवार की पूरे जिले में एक अलग छवि है. उनके पिता बाबा राम लखनदास आध्यात्म और समाज सेवा के लिए पूरे जिले में जाने जाते हैं.
कहीं किसी भी प्रकार की घटना दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद तुरंत पहुंचकर पीडितों की मदद में सदैव तत्पर रहने वाले बाबा राम लखन दास के पुत्र चंद्रभानु पासवान एडवोकेट की पत्नी लगातार दो बार से जिला पंचायत के सदस्य निर्वाचित होती आ रही हैं. वर्ष 2022 के मिल्कीपुर विधानसभा चुनाव में अपनी प्रबल दावेदारी पेश कर चुके चंद्रभानु पासवान पुनः उपचुनाव में पार्टी से एक मौका चाह रहे थे.