कोरबा :माइक्रो फाइनेंस कंपनी से महिलाओं को लोन दिलाकर 46 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. महिलाओं की माने तो उन्हें ये कहकर अलग-अलग कंपनियों से लोन दिलवाया गया कि लोन के पैसों को निवेश किया जाएगा. इसके बाद सभी को तगड़ा मुनाफा होगा.फिर हर महीने लोन के बदले 500 रुपए महिलाओं के खाते में आएंगे.
पैसा कमाने की स्कीम से ठगी : ज्यादा पैसा कमाने की स्कीम के चक्कर में ग्रामीण और बस्तियों में निवास करने वाली महिलाएं झांसे में आ गईं.इसके बाद महिलाओं ने जो पैसा बैंक से निकाला था उसे ठगी करने वाले दंपती को दे दिया. महिलाओं को भरोसे में लेने के कुछ महीनों तक किस्त और मुनाफे की राशि दंपती ने उन्हें दी भी.लेकिन पिछले कुछ दिनों से दंपती का मोबाइल बंद है. जिसकी शिकायत महिलाओं ने पुलिस से की है.
महिला समूह की 200 सदस्यों से ठगी : ये पूरा मामला उरगा थाना क्षेत्र के ग्राम नवापारा का है. ठगी करने वाले दंपती भी स्थानीय हैं. एसपी को दिए लिखित आवेदन में ठगी की शिकार आरती, अंशु बाई समेत कई महिलाओं ने जिक्र किया है कि संजीव बरेठ और उसकी पत्नी सुमन बरेठ ने ग्रामीण कुटा बैंक, आरपीएल, बीएमएस, ग्राम शक्ति, अन्नपूर्णा और यूनिटी जैसे माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से ग्रामीण महिलाओं को लोन दिलवाया था. 200 महिलाओं को छोटे-छोटे अमाउंट के लोन दिलवाए गए थे.
46 लाख का लोन मिला :सभीमहिलाओं को 46 लाख रुपए का लोन इन माइक्रो फाइनेंस कंपनियों से दिलवाया गया. लोन दिलवाने की पूरी प्रक्रिया में ठग दंपती ने समूह की महिलाओं की पूरी सहायता की. अपने सुपरविजन में प्रक्रिया को पूरा करवाया. इसके बाद सुमन बरेठ ने कहा कि लोन की राशि को फ्लोरा मैक्स स्कीम में लगाया जाएगा. वहीं जो भी किस्त फाइनेंस कंपनी की होगी वो हम लोग चुकाएंगे. यही नहीं किस्त की राशि के अलावा 500 रुपए सभी महिलाओं को दिए जाएंगे. इस झांसे में आकर सभी महिलाओं ने माइक्रो फाइनेंस कंपनी के माध्यम से जितनी भी लोन की राशि थी उसे ठग दंपती को दे दी.