पटनाः बिहार के मसौढ़ी में मैट्रिक छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन देखने को मिला. मंगलवार को स्टूडेंट हाथ में तख्ती लेकर मसौढ़ी एसडीएम कार्यालय पहुंच गए. ये वही छात्र-छात्राएं हैं जो इस बार मैट्रिक की परीक्षा नहीं दे पाएंगे. एसडीएम से स्कूल के हेडमास्टर पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. छात्राओं के साथ अभिभावक ने आरोप लगाया कि हेडमास्टर परीक्षा फार्म का पैसा लेकर मुर्गा दारू में खर्च कर दिए. इस कारण किसी का एडमिट कार्ड नहीं आया है.
15 फरवरी से मैट्रिक परीक्षाः 15 फरवरी से बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा होने जा रही है. लेकिन मसौढ़ी प्रखंड के बैरागी बाग हाईस्कूल के करीब 100 छात्र-छात्राएं परीक्षा से वंचित रह जाएंगे. छात्र-छात्राएं पिछले कई दिनों से वैकल्पिक उपाय करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है. छात्र-छात्राओं का कहना है कि उनकी एक साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी. छात्रा रानी कुमारी बताया कि हमलोगों का एडमिट कार्ड नहीं आया है. शिक्षक कहते हैं कि रुपए खर्च हो गया है.
"हेडमास्टर कहते हैं कि फार्म के लिए जो रुपए लिए थे वह खर्च हो गया है. इसलिए तुम लोगों का एडमिट कार्ड नहीं आएगा. इसलिए तुम लोगों की परीक्षा अप्रैल में होगी. हमलोगों का एक साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी."-रानी कुमारी, छात्रा
एसडीएम कार्यालय में नारेबाजी मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं और अभिभावक एसडीएम कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी की. एसडीएम के समक्ष प्रधानाध्यापक विनोद कुमार के खिलाफ नारेबाजी करते निलंबन की कार्रवाई करने की मांग की. उन्होंने हेडमास्टर पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है. अभिभावक ने कहा कि जब स्कूल जाते हैं तो धमका कर भगा दिया जाता है. एडमिट कार्ड के लिए कल परसो किया जाता है. परिजनों ने कहा कि हेडमास्टर फार्म का रुपए का मुर्गा दारू पी गया.
"स्कूल का हेडमास्टर विनोद सर छात्र-छात्राओं का रुपए लेकर मुर्गा दारू में खर्च कर दिए. जब स्कूल में अभिभावक जाते हैं तो धमका कर भगा दिया जाता है. एडमिट कार्ड के लिए कल परसो करते हैं. हेडमास्टर दारू पीकर स्कूल आते हैं."-सविता देवी, अभिभावक
वैकल्पिक व्यवस्था की मांगः छात्र-छात्राओं के साथ स्कूल के शिक्षक भी एसडीएम कार्यालय पहुंचे. उन्होंने इस आरोप को सही बताया. शिक्षक रघुनाथ ने कहा कि बच्चों से फार्म का पैसा तो लिया गया लेकिन बोर्ड ऑफिस में जमा ही नहीं किया गया. इस कारण छात्र-छात्राओं का एडमिट कार्ड नहीं आया है. इसलिए हमलोग एसडीएम कार्यालय पहुंचे हैं ताकि वैकल्पिक व्यवस्था किया जाए.