उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

शहीद जीत कुमार के परिजनों को दिया गया 50 लाख की आर्थिक सहायता का चेक - MARTYRS OF FARRUKHABAD

Martyrs of Farrukhabad : राजपुताना रेजीमेंट के जवान जीत कुमार उर्फ दिनेश (35) फर्रुखाबाद जिले के लुकटपुरा गांव के रहने वाले थे.

शहीद जीत कुमार के परिजनों को चेक देते प्रशासनिक अधिकारी.
शहीद जीत कुमार के परिजनों को चेक देते प्रशासनिक अधिकारी. (Photo Credit : ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 30, 2024, 4:41 PM IST

फर्रुखाबाद :देश के लिए जान न्योछावर करने वाले वीर शहीद सैनिक के परिजनों को योगी सरकार ने आर्थिक सहायता दी है. मंगलवार को उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने शहीद जवान जीत कुमार के घर पहुंच 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक शहीद सैनिक के परिवार को प्रदान किया. 15 लाख रुपये वीर शहीद सैनिक जीत कुमार के माता-पिता को दिए गए. वहीं शहीद सैनिक की पत्नी को बच्चों के भरण पोषण हेतु 35 लाख रुपये का चेक दिया गया.

बता दें, बीते दिनों लद्दाख में शहीद फर्रुखाबाद के लुकटपुरा निवासी जवान जीत कुमार राजपूत को हजारों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई थी. जीत कुमार के शहीद होने की खबर आते ही पूरे इलाके में मातम छा गया था. शहीद जवान के पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही हजारों लोग श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. बीजेपी सांसद मुकेश राजपूत, पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी सहित हजारों लोगों अंतिम यात्रा में शामिल हुए. पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया था.

गांव लुकटपुरा निवासी जीतकुमार उर्फ दिनेश (35) साल 2015 में राजपुताना रेजीमेंट में भर्ती हुए थे. भर्ती होने के बाद वह एएससी की तीसरी कोर में चालक के पद पर तैनात थे. जीत कुमार की तैनाती लद्दाख में थी. शनिवार को जिस ट्रक को वो ले जा रहे थे वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में जीत कुमार शहीद हो गए. शहीद के पिता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि शनिवार दोपहर सेना के अधिकारी ने फोन कर बेटे के शहीद होने की जानकारी दी था. बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. शहीद जीत कुमार चार भाइयों में सबसे बड़े थे. दूसरे भाई विमलेश, शैलेश और कमलेश पिता के साथ खेती-किसानी करते हैं.


जीत कुमार का विवाह वर्ष 2007 में सरिता राजपूत के साथ हुआ था. उनके दो बच्चे हैं. बड़ा बेटा दिव्यांशु कक्षा पांच में और छोटा कक्षा एक में पढ़ता है. मां गंगाश्री, पत्नी सरिता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. पत्नी कह रही थीं अभी 17 अक्तूबर को ही 45 दिनों की छुट्टी काटकर गए थे. क्या पता था कि वह साथ छोड़ जाएंंगे. मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बार-बार बेटे को बुलाने के लिए आवाज लगाती. कहा- उनका लाडला चला गया. उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि सेना के जवान जीत कुमार ने देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया है. देश प्रति किए गए शहीद सैनिक के योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता है. इस अवसर पर भाजपा सांसद मुकेश राजपूत, जिलाधिकारी डॉ. वीके. सिंह, भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौर आदि मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें : यूपी का लाल लद्दाख में शहीद, नम आंखों से जवान जीत कुमार को दी गई अंतिम विदाई, श्रद्धांजलि देने उमड़ा जन सैलाब

यह भी पढ़ें : लद्दाख में सेना का वाहन खाई में गिरा, जेसीओ समेत 9 जवानों की मौत

ABOUT THE AUTHOR

...view details