मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में आयोजित 68 वीं राष्ट्रीय शालेय हॉकी क्रीडा प्रतियोगिता का शुक्रवार को समापन हुआ. फाइनल मैच मेजबान टीम मध्य प्रदेश और झारखंड के बीच खेला गया. झारखंड की टीम ने 2-0 से मैच जीत कर खिताब अपने नाम कर लिया है. फाइनल मैच में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मीर रंजन नेगी शामिल हुए.
बेटियों ने किया शानदार प्रदर्शन
5 दिवसीय 68 वीं राष्ट्रीय शालेय हॉकी क्रीडा प्रतियोगिता का मंदसौर में आयोजन हुआ. 9 से 13 दिसंबर तक चले अंडर-14 बालिका वर्ग की प्रतियोगिता के फाइनल मैच में झारखंड की बेटियों ने शानदार प्रदर्शन किया. हॉकी के विभिन्न मैच मंदसौर के एस्ट्रोटर्फ, उत्कृष्ट स्कूल, नूतन स्टेडियम के पास फुटबॉल मैदान व जग्गाखेड़ी स्थित सरस्वती विद्यालय के मैदानों में 9 से 13 दिसंबर तक खेले गए.
68वीं राष्ट्रीय शालेय हॉकी क्रीडा प्रतियोगिता का हुआ समापन (ETV Bharat) चोट के बाद मैदान में मिलती है जीत
प्रतियोगिता के फाइनल मैच में मुख्य अतिथि पूर्व अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मीर रंजन नेगी, कलेक्टर अदिती गर्ग, मंदसौर विधायक विपिन जैन और पूर्व विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया सहित नगर पालिका अध्यक्ष रमादेवी बंशीलाल गुर्जर आदि लोग मौजूद रहे. मीर रंजन नेगीने कहा, "खेल जीवन का सबसे शानदार प्रतिबिंब होता है. मैदान में खेल के दौरान सबको पहले चोट लगती है, उसके बाद जीत का मुकाम हासिल होता है."
'चक दे इंडिया से कम नहीं था मुकाबला'
नेगी ने कहा, "मध्य प्रदेश और झारखंड के बीच खेला गया मैच फिल्म चक दे इंडिया से कम नहीं था, बल्कि उन्हें उससे ज्यादा अच्छा था. मंदसौर में आये खिलाड़ियों का हौंसला बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि "मैंने जीवन में हॉकी का दामन कभी नहीं छोड़ा. मैं हमेशा मैदान में रहता था. वूमेन टूर्नामेंट में हमने सभी गोल्ड मेडल लिए. जीवन में सबको समस्या आती है, जो अच्छा खिलाड़ी होता है वह उनसे लड़ना जानता है."