मंदसौर:आज के हाईटेक जमाने में जहां लोग अपनी बेटों की बारात हेलीकॉप्टर से लेकर पहुंच रहे हैं. वहीं शनिवार को मंदसौर जिले से अनूठी तस्वीरें सामने आई हैं. यहां दो भाई 11 बैलगाड़ियों से मायरा भरने अपने बहन के ससुराल पहुंचे. जहां से भी ये बैलगाड़ियां निकल रहीं थी, देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई. इन बैलगाड़ियों को अच्छे से सजाया गया था, जो देखने में बहुत सुंदर लग रहीं थी. इनमें बैठकर रिश्तेदार अपने बेटी के ससुराल पहुंचे.
11 बैलगाड़ियों में मायरा भरने पहुंचे मामा
ग्राम बाबरेचा निवासी घनश्याम और ओमप्रकाश नागदा ने नई पीढ़ी को पुरातन रीति-रिवाज से अवगत कराने के लिए बहन के यहां शादी समारोह में मायरा भरने की रस्म अनूठे अंदाज में अदा की. दोनों भाई अपनी बहन गिरिजा शर्मा के गांव रिंडा में बैलगाड़ियों से मायरा भरने पहुंचे. दरअसल, शनिवार के दिन उनकी भांजी पायल की शादी हुई. इसमें पायल के दोनों मामला ऐसे मायरा की रस्म पूरी करने पहुंचे की क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया. हर कोई उनकी ही बात कर रहा है.
पुरानी परंपरा निभाते पहुंचे लोग
आपको बता दें कि मालवा इलाके में बारात के आगमन से पहले मामा द्वारा दुल्हन को शादी का जोड़ा और गहने चढ़ाने की पुरानी परंपरा है, जिसे मायरा भरना कहा जाता है. इसी रस्म को निभाने पायल के दोनों मामा अपने गांव बाबरेचा से 11 बैलगाड़ियों में परिजनों और रिश्तेदारों के अलावा ग्रामीणों को लेकर गांव रिंडा पहुंचे थे. दोनों गांव के बीच 10 किलोमीटर की इस यात्रा में बैंड बाजे, डीजे, ढोल ताशे और नगाड़ों की थाप पर नाचते हुए परिवार को लेकर बेटी के ससुराल पहुंचे.