मिर्जापुर:जिले के विश्व प्रसिद्ध विंध्याचल धाम में नवरात्रि का मेला चल रहा है. इस दौरान विंध्याचल में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित विंध्य महोत्सव के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. नवरात्रि के आखिरी दिन कार्यक्रम में कई कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. लेकिन, सबका आकर्षण लोक गायिका मालिनी अवस्थी रही. जिन्होंने, मंच पर पहुंचते ही अपने सुरो के जादू से लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया. गीतों की प्रस्तुति देने के बाद वह मां का दर्शन पूजन करने के लिए निकल पड़ी.
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया, कि मां विंध्यवासिनी मेरी कुलदेवी है. और मेरा बचपन यही बीता है. इस नाते वह मेरी मां ही लगती हैं. मुझे ऐसा लगता है, जैसे वह मुझे पुकारती हो. यह मेरा सौभाग्य है, कि गुरुओं की कृपा से कुछ गाना बजाना आ गया है. जिससे मां की सेवा करने का अवसर मिल जाता है. विंध्य महोत्सव में जब भी बुलवा आता है, तो मुझे लगता है कि मेरी मां ने मुझे बुलाया है. मैं 5 साल के बच्चे की तरह भागती हुई चली आती हूं.