कुचामनसिटी: मकराना विधायक जाकिर हुसैन गैसावत ने प्रदेश की भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल को विफल बताया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली से पर्ची आती है और वीसी होती है. यह सरकार केवल वीसी के माध्यम से काम चला रही हैं.
उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पिछले एक वर्ष में मकराना नगर परिषद को एक रुपया नहीं दिया गया. ग्रामीण क्षेत्रों में कोई भी कार्य नहीं किए गए. युवा मित्र योजना को बंद कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जयपुर में प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में मकराना के संगमरमर की तारीफ की, लेकिन राज्य की सरकार मकराना की खानों को बंद करवाने पर तुली है. अधिकारियों ने मकराना की 15 खानों के लाइसेंस को निरस्त करने की अनुशंसा की है और 6 के लाइसेंस निरस्त कर भी दिए गए.
मकराना विधायक ने भाजपा सरकार के एक साल को बताया विफल (Etv Bharat Kuchamancity) पढ़ें:'भाजपा सरकार के एक साल पूरे, लेकिन एक भी नई चीज नजर नहीं आती' : शांति धारीवाल
लाभार्थियों पर बनाया जा रहा दबाव: उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को सरकार जयपुर में जश्न बना रही है. इसके लिए विभागों की ओर से सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों पर जयपुर जाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. जयपुर नहीं जाने पर योजनाओं से वंचित करने की धमकी दी जा रही हैं. उनके लिए सरकारी बसों का इंतजाम भी किया जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नगर निकायों के चुनाव नहीं करवाकर प्रशासक लगाए गए हैं, जिससे आमजन को जरूरी काम करवाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं. सरकार का जश्न केवल पैसों की बरबादी है. सरकार को चाहिए कि सभी को योजनाओं का लाभ मिले.
दोगुनी नहीं हुई किसान सम्मान निधि: विधायक गैसावत ने कहा कि सत्ता में आने से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि को दोगुना किया जाएगा, लेकिन सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि राशि में केवल दो हजार रुपए बढाए हैं. यानी छह हजार के स्थान पर यह राशि बढ़ाकर आठ हजार रुपए कर दी है. चूंकि वादा बारह हजार रुपए करने का था. ऐसे में कांग्रेस का यह स्पष्ट आरोप है कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है. वादा करके पूरा नहीं किया.