अजमेर: मकर संक्रांति पर पतंगबाजी का काफी प्रचलन है. राजधानी समेत कई जिलों में पतंगबाजी मकर संक्रांति पर विशेषकर होती है. अजमेर शहर में मकर संक्रांति पर पतंगबाजी नही होती, लेकिन जिले के पुष्कर में पतंगबाजी को लेकर जबरदस्त उत्साह रहता है. यहां देसी-विदेशी पर्यटकों ने जमकर पतंगबाजी का आनंद लिया. पतंगबाजी के आनंद से जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत भी अछूते नहीं रहे. मंत्री रावत ने पुष्कर में जमकर पतंग उड़ाई.
मकर संक्रांति का पर्व अजमेर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. अजमेर में मकर संक्रांति पर जहां लोगों ने दान-पुण्य किया. वहीं, तीर्थ नगरी पुष्कर में मंगलवार सुबह से ही सरोवर में स्नान, धार्मिक अनुष्ठान और दान-पुण्य का दौर जारी है. वहीं, मकर संक्रांति पर पुष्कर में पतंगबाजी का भी जबरदस्त प्रचलन है. पुष्कर के हर घर की छत पर लोग पतंगें उड़ाते नजर आए. वहीं, होटल की छतों पर विदेशी पर्यटकों ने भी जमकर पतंगबाजी की. रंग-बिरंगी पतंगों से पुष्कर का आसमान सराबोर रहा. खास बात यह है कि मौसम ने भी पतंगबाजों का जमकर साथ दिया.
सर्दी के मौसम में खिलती धूप सभी को सुहानी लगी. वहीं, हवा भी तेज होने के बजाय मंद बहने से पतंग उड़ाने में लोगों को ज्यादा मजा आया. पुष्कर में मौजूद कई विदेशी पर्यटकों के लिए पतंगबाजी उनका पहला अनुभव था. आसमान में उड़ती हजारों पतंगों को देखकर विदेशी पर्यटक भी रोमांचित नजर आए. यह तो पतंग उड़ाना बच्चों को बहुत रास आता है, लेकिन पुष्कर में हर उम्र के महिला-पुरुष पतंग उड़ाते हुए ही नहीं दिखे, बल्कि पड़ोसी की पतंग काटने की होड़ मचाते भी दिखे. देर शाम तक लोग छतों पर पतंगबाजी करते रहे. वहीं, तेज आवाज में म्यूजिक भी माहौल बनाने में पीछे नहीं रहा.