रायपुर: मार्च के महीने में इस बार त्योहारों की रौनक रहने वाली है. त्योहारों की शुरुआत 8 मार्च को महाशिवरात्रि से होगी. 10 मार्च को फाल्गुन अमावस्या के दिन लोग अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान और पुण्य करेंगे. 12 मार्च को फुलेरा दूज का त्योहार मनाया जाएगा. फुलेरा दूज के दिन भगवान कृष्ण के साथ भक्त फूलों की होली खेलेंगे. मान्यता है कि ब्रज में इस दिन श्री कृष्ण फूलों से होली खेलते थे. 24 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा. होलिका दहन के अगले दिन 25 मार्च को होली मनाई जाएगी.
8 मार्च महाशिवरात्रि का त्योहार: महाशिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन आता है. 2024 में महाशिवरात्रि आठ मार्च को मनाया जाएगा. शिवरात्रि के दिन भोलेनाथ की पूजा की जाती है. मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन जो भी भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा करता है उसकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं.
10 मार्च फाल्गुन अमावस्या:पितरों की आत्मा की शांति के लिए 10 मार्च को फाल्गुन अमावस्या मनाया जाएगा. पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस दिन का बड़ा महत्व है. फाल्गुन अमावस्या के दिन लोग पवित्र नदियों में स्नान के बाद दान पुण्य करते हैं.
12 मार्च फुलेरा दूजा: मान्यता है कि फुलेरा दूज के दिन भगवान कृष्ण ने फूलों की होली ब्रज में खेली थी. ब्रज में इस त्योहार को बड़े ही धूमधाम के साथ लोग मनाते हैं.
15 मार्च स्कंद षष्ठी का व्रत: 15 मार्च को भक्त स्कंद षष्ठी का व्रत रखते हैं. स्कंद षष्ठी के दिन भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय की पूजा की जाती है. मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से व्रत का पालन करता है उसके सभी मनोरथ पूरे होते हैं.