रायपुर :भगवान भोलेनाथ भक्त की सच्ची श्रद्धा और भक्ति से प्रसन्न होते हैं.भोलेनाथ से जुड़े कई पर्व हिंदू धर्म में आते हैं. उन्हीं पर्व में से एक है महेश नवमी,जो कि माहेश्वरी समाज का एक प्रमुख पर्व भी माना जाता है.इस बार महेश नवमी 15 जून ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाई जाएगी. ऐसी मान्यता है कि इस शुभ दिन माहेश्वरी समाज का उद्भव हुआ था. भगवान महेश की कृपा से ही माहेश्वरी समाज का अभ्युदय हुआ है. इसी मान्यता के कारण पूरा माहेश्वरी समाज इस व्रत को अत्यंत उत्साह और उमंग के साथ मनाता है.
शुभ संयोग में आ रही महेश नवमी :महेश नवमी के दिन उतरा फाल्गुनी नक्षत्र, हस्त नक्षत्र, व्यतिपात योग, उत्पात योग, साथ ही बालव और कौरव करण का सुखद संयोग बन रहा है. यह युति सैंकड़ों वर्षों में कभी कभार आती है. इस दिन चंद्रमा कन्या राशि में विराजमान रहेंगे. इस शुभ दिन उत्कल प्रांत में पर्व राजस्व संक्रांति के नाम से भी मनाया जाता है. इस दिन रवि योग भी है जो सुखद है.पंडित विनीत शर्मा ने बताया कि "संपूर्ण माहेश्वरी समाज इस शुभ दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना भजन कीर्तन रुद्राभिषेक करते हैं. इस पर्व को उल्लास और उमंग के साथ मनाया जाता है.