गोरखपुर/अयोध्या/प्रयागराज/कानपुर/शाहजहांपुर : गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुखद सर्वार्थ सिद्धि विशेष योग में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में रुद्राभिषेक व हवन कर देवाधिदेव महादेव से लोकमंगल की कामना की. सीएम योगी ने भोलेनाथ को विल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करने कर बाद दूध, एवं फल के रस से रुद्राभिषेक किया. मठ के आचार्य एवं पुरोहितगण ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण कराया. महादेव की आराधना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धुरियापार में बने इंडियन ऑयल के सीबीजी प्लांट का लोकार्पण करने जाएंगे. इस अवसर पर वह बांसगांव लोकसभा क्षेत्र को 222 करोड़ रुपये से अधिक के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे. सीएम 68 करोड़ रुपये से अधिक की 20 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 154 करोड़ रुपये से अधिक की 17 परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में चल रहे सिलाई कढ़ाई प्रशिक्षण शिविर में पहुंचकर 221 महिलाओं को निशुल्क सिलाई मशीन वितरित करेंगे.
रामनगरी अयोध्या की गलियों में भगवान भोलेनाथ की जय जय
मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या महाशिवरात्रि के मौके पर शिव भक्ति में लीन हो गई है. रामनगरी में शुक्रवार (8 मार्च) को जय श्री राम के साथ हर हर महादेव ओम नमः शिवाय का उद्घोष भी गूंज रहा है. ब्रह्म मुहूर्त से ही अयोध्या के प्राचीन नागेश्वर नाथ मंदिर क्षीरेश्वर नाथ मंदिर सहित प्रमुख शिव मंदिरों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. कतारबद्ध होकर श्रद्धालु भगवान शिव को अभिषेक कर रहे हैं. महाशिवरात्रि के मौके पर यह महापर्व अयोध्या में हर साल हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. देर शाम अयोध्या के लगभग दर्जनभर से अधिक शिव मंदिरों से भव्य शिव बारात निकाली जाएगी और भगवान शिव का विवाह उत्सव मनाया जाएगा.
महाशिवरात्रि पर संगम नगरी के शिवालयों में उमड़े श्रद्धालु
संगम नगरी प्रयागराज में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर भोर से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी उमड़ रही है. साथ ही गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन त्रिवेणी तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए स्नानार्थियों की भारी भीड़ है. मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन गंगा यमुना सरस्वती की पावन त्रिवेणी में स्नान करके भोलेनाथ को त्रिवेणी के जल से जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. वहीं महाशिवरात्रि के स्नान के साथ ही माघ मेले का औपचारिक समापन हो जाएगा. संगम नगरी प्रयागराज में 14/15 जनवरी को मकर संक्रांति के पावन पर्व से माघ मेले की शुरुआत हुई थी. 24 फरवरी को माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व के साथ माघ मेले का कल्पवास समाप्त हो गया.