उज्जैन।महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के नाम पर अवैध वसूली नहीं रुक रही है. कभी पुरोहित तो कभी सुरक्षा एजेंसी के गार्ड श्रद्धालुओं से रकम ऐंठते हैं. लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. महाकाल मंदिर में एक बार फिर भस्म आरती में प्रवेश दिलाने के नाम पर श्रद्धालुओं से ठगी का मामला सामने आया है. मंदिर के सुरक्षाकर्मी ने बेंगलुरु से आए श्रद्धालुओं से 16,500 रुपए वसूल लिए.
मंदिर समिति ने सबूत जुटाकर केस दर्ज कराया
सोमवार तड़के महाकाल मंदिर में सुरक्षाकर्मी लवजीत श्रद्धालुओं को प्रवेश कराते हुए पकड़ा गया. महाकाल मंदिर के प्रशासक ने बेंगलुरु से आए श्रद्धालुओं की शिकायत सुनी. इसके बाद अपने स्तर पर मामले की जांच करवाई. इसके साथ ही श्रद्धालुओं से अवैध वसूली के सबूत भी इकट्ठे किए. सारे सबूत मिलने पर महाकाल मंदिर प्रशासक ने सुरक्षाकर्मी लवजीत के खिलाफ महाकाल थाने में शिकायत दर्ज कराई. गुरुवार रात को मंदिर समिति के विष्णु चौहान की ओर से पुलिस में शिकायत की गई. सुरक्षाकर्मी लवजीत के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया है.
एडिशनल एसपी नितेश भार्गव (ETV BHARAT) कर्नाटक के श्रद्धालुओं के साथ ठगी
उज्जैन महाकाल थाना पुलिस के अनुसार यह घटना 3 नवंबर की है, जब कर्नाटक के बेंगलुरु से मरप्पा अपने परिवार के साथ महाकाल के दर्शन करने उज्जैन पहुंचे थे. तड़के 4 बजे होने वाली भस्म आरती में प्रवेश पाने के लिए उन्होंने मंदिर के एक कर्मचारी से संपर्क किया. इस दौरान एक युवक ने उन्हें भस्म आरती का परमिट दिलाने का आश्वासन देकर 16,500 रुपए की मांग की, जिसे श्रद्धालुओं ने भरोसे में आकर दे दिया. इस मामले में एडिशनल एसपी नितेश भार्गव का कहना है "मंदिर समिति की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है."
महाकाल मंदिर में श्रद्धालु कैसे बचे ठगी की घटनाओं से
महाकाल मंदिर में शीघ्र दर्शन और भस्म आरती कराने के नाम पर ठगी की घटनाएं हो रही हैं. ठगी का शिकार होने से बचने के लिए मंदिर समिति कई बार गाइडलाइन जारी कर चुकी है. भस्म आरती में प्रवेश लेने के लिए श्रद्धालुओं को ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया का पालन करना पड़ता है. दोनों में से किसी एक तरीके आप अपना स्थान बुक करा सकते हैं. इसके लिए नाममात्र की फीस लगती है. इसके साथ ही वीआईपी कोटे से भी पास बनते हैं, लेकिन इन तीन विकल्पों के अलावा अगर आपको कोई भस्म आरती में प्रवेश कराने का झांसा देकर पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहा है तो कतई झांसे में न आएं.