लखनऊ : कोलकाता में बीती 9 अगस्त को रेजीडेंट डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत को लेकर देश के कई राज्यों में रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. लखनऊ में भी कई दिनों से किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्विज्ञान संस्थान, सिविल तथा बलरामपुर हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं. डॉक्टरों का यह प्रदर्शन धीरे-धीरे छोटे सरकारी अस्पताल में भी पहुंच रहा है.
लोहिया अस्पताल में ह्यूमन चैन बनाकर प्रदर्शन :सोमवार को लखनऊ के डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डाॅक्टरों ने ह्यूमन चेन बनाकर जनजागरूकता के साथ ही डाॅक्टरों की समस्याओं को नुक्कड़ नाटक के जरिये दर्शाया. वहीं कोलकाता कांड के गुनहगारों को फांसी देने की मांग की.
लोकबंधु अस्पताल में हाफ डे तक चली ओपीडी :लोकबंधु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि रक्षाबंधन होने की वजह से सोमवार को ओपीडी हाॅफ डे ही चली. जिसमें लगभग 400 से अधिक मरीजों को देखा गया. अन्य दिनों में लोकबंधु हॉस्पिटल में 700 से 800 मरीज ओपीडी में देखे जाते हैं. इमरजेंसी में आने वाले सभी मरीजों की इलाज की व्यवस्था की गई है. हड़ताल का असर इस हॉस्पिटल में नहीं है. बहरहाल सोमवार को हाॅफ डे ओपीडी की वजह से बड़ी संख्या में मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
पीजीआई से वापस किए गए मरीज :एसजीपीजीआई में अपनी मां का इलाज कराने पहुंचे अमित द्विवेदी को हड़ताल का हवाला देकर वापस कर दिया गया. इस बाबत ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने बताया कि गंभीर स्थिति के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से ओपीडी बंद है.