लखनऊ: अगर आप लखनऊ मेल से सफर करने जा रहे हैं तो पहले ट्रेन की स्थिति चेक कर लें. अभी तक लखनऊ जंक्शन से यात्रियों को लखनऊ मेल मिलती थी, लेकिन अब यह ट्रेन जंक्शन पर नहीं मिलेगी, बल्कि यात्रियों को अब लखनऊ मेल पकड़ने के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा. ये ट्रेन अब उत्तर रेलवे के स्टेशन से संचालित होगी. इस ट्रेन ने घर वापसी की है. करीब छह साल पहले भी यह ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन से छूटती थी.
रेलवे बोर्ड की तरफ से जानकारी दी गई कि ट्रेन संख्या 12229/30 लखनऊ मेल जो पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन से संचालित की जा रही थी, जल्द ही ये ट्रेन फिर से उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के लखनऊ रेलवे स्टेशन से संचालित की जाएगी.
लखनऊ से दिल्ली के बीच चलने वाली लखनऊ मेल यात्रियों की पसंदीदा ट्रेनों में से एक है. लखनऊ से नई दिल्ली के बीच चलने वाली लखनऊ मेल (12229) उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की ट्रेन है. साल 2018 में पहले यह ट्रेन चारबाग रेलवे स्टेशन से चलती थी.
लखनऊ मेल क्यों रहती दिल्ली जाने वालों की पहली पसंद. (Photo Credit; ETV Bharat) ओरिजनेटिंग ट्रेनों को पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के लखनऊ जंक्शन पर शिफ्ट करने की योजना के तहत लखनऊ मेल को नवंबर 2018 में जंक्शन से संचालित करने का फैसला लिया गया था. ट्रेन यहां से रात 10 बजे चलती है.
नई दिल्ली से आने वाली लखनऊ मेल (12230) सुबह करीब सात बजे लखनऊ जंक्शन पहुंचती है. यहां से इसे रुटीन मेंटेनेंस के लिए चारबाग स्टेशन की सैलून साइडिंग रवाना कर दिया जाता है. यहां ट्रेन की सफाई, धुलाई होती है, जिसमें चार से पांच घंटे का समय खर्च होता है.
इसके बाद शाम को ट्रेन लखनऊ जंक्शन लाई जाती है. जंक्शन लाने और ले जाने में हर रोज करीब दो से तीन घंटे का वक्त लगता है. ट्रेन को लाने ले जाने के लिए कई कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है. यही नहीं लखनऊ मेल को लाने और ले जाने से चारबाग का प्लेटफॉर्म नंबर एक बिजी हो जाता है. इसके चलते कई ट्रेनों को बिना किसी कारण के ही आउटर पर मजबूरन रोकना पड़ता है.
अब एक बार फिर से जिस मंडल की यह ट्रेन है, उसे वापस मिल गई है. जिससे अब लखनऊ जंक्शन का प्लेटफार्म खाली हो जाएगा. अब यह ट्रेन आने वाले कुछ दिनों बाद चारबाग रेलवे स्टेशन से यात्रियों को लेकर लखनऊ से दिल्ली रवाना होगी और दिल्ली से लेकर लखनऊ रेलवे स्टेशन आएगी.
नवंबर 2018 में बदला था स्टेशन:चारबाग रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 से छूटने वाली इस ट्रेन को 11 नवंबर, 2018 में लखनऊ जंक्शन पर शिफ्ट कर दिया गया था. रेल पैसेंजर्स को मालूम है कि ये दोनों स्टेशन एक दूसरे से सटे हुए हैं. अब करीब 6 साल बाद इस ट्रेन की अपने पुराने घर में वापसी हो रही है.
ममता बनर्जी ने अपने रेल मंत्री के कार्यकाल में बनाया सुपरफास्ट:ममता बनर्जी ने अपने रेलवे मंत्री के कार्यकाल में 2005-06 के रेल बजट में लखनऊ मेल को सुपरफास्ट ट्रेन का दर्जा दिया था. इसी दौरान रेलवे में ट्रेनों को पांच अंकों के नंबर जारी करने का सिस्टम लागू हुआ और इस हर दिल अजीज ट्रेन के लिए 12229(अप) और 12230(डाउन) नंबर पहचान बन गया. सामान्यत: किसी ट्रेन को सुपरफास्ट का दर्जा मिलने के बाद उसके स्टॉपेज कम कर दिए जाते हैं, लेकिन लखनऊ मेल की रेल यात्रियों के बीच लोकप्रियता को देखते हुए इसके केस में कोई बदलाव नहीं किया गया.
लखनऊ से दिल्ली के बीच 7 स्टॉपेज: लखनऊ से नई दिल्ली के बीच यह ट्रेन कुल 7 स्टेशनों हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, हापुड़ और गाजियाबाद पर रुकती है. दो राजधानियों की करीब 491 किलोमीटर की दूरी को लखनऊ मेल औसतन 8 घंटे 50 मिनट में तय करती है. ट्रेन की औसत स्पीड 60 किमी प्रति घंटा है.
ट्रेन 86% समय पर पहुंची:पिछले 6 महीने की ट्रेन डिले रिपोर्ट देखें तो railenquiry.in के मुताबिक लखनऊ मेल 86 फीसदी समय पर रही है. यानी अपने गंतव्य पर राइट टाइम पहुंची है. श्रम शक्ति एक्सप्रेस, शिव गंगा एक्सप्रेस, प्रयागराज एक्सप्रेस और शान-ए-भोपाल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की तरह लखनऊ मेल भी हाईएस्ट प्रायोरिटी वाली ट्रेन मानी जाती है.
भारतीय रेल की पहली ट्रेन जिसमें लगे LHB कोच: लखनऊ मेल के खाते में कई उपलब्धियां जुड़ी हैं. यह रेलवे की पहली ट्रेन थी जिसमें अत्याधुनिक LHB डिब्बे लगाए गए. जर्मन तकनीक पर बेस्ड Linke-Hofmann-Busch (LHB) कोचेज को इंडियन रेलवे ने साल 2000 से अपनाना शुरू किया था. इससे ट्रेन के रफ्तार में दौड़ते समय झटके कम महसूस होते हैं, बाहर का शोर कम सुनाई देता है. सबसे अहम बात कि इन डिब्बों का सेफ्टी लेवल हाई होती है. भोपाल एक्सप्रेस के बाद ISO-9000 सर्टिफिकेशन हासिल करने वाली दूसरी ट्रेन है लखनऊ मेल.
कब पटरी पर आई थी लखनऊ मेल: लखनऊ मेल ट्रेन दशकों पुरानी है. साल 1955 तक यह ट्रेन लखनऊ एक्सप्रेस 303/304 के नाम से चली थी. 1956 में इसका नंबर 29/ 30 कर दिया गया. 1964 में नाम लखनऊ मेल और नंबर 2229/ 2230 कर दिया गया. इसके बाद 26 अक्टूबर 2016 को पुराने कोच हटाकर एलएचबी कोच लगे. अब यह ट्रेन वीवीआईपी की पहली पसंद बन गई है. लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से लखनऊ आने जाने के लिए वीवीआईपी इसी ट्रेन को अहमियत देते हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी:उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है कि रेलवे बोर्ड के निर्णय के बाद अब लखनऊ मेल चारबाग रेलवे स्टेशन से संचालित होगी. यह ट्रेन जल्द से जल्द चारबाग स्टेशन पर वापस लौटे, इसके लिए कवायद शुरू की गई है. उम्मीद है कि बहुत जल्द यात्रियों को चारबाग रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन से यात्रा करने की सुविधा मिलने लगेगी.
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