लखनऊ : बहराइच के बिजौवा गांव में हिंसा के आरोपी रहे सरफुद्दीन की इलाज के दौरान मौत हो गई. सरफुद्दीन ने 18 जनवरी को खुद को आग लगा ली थी. इसके बाद से उसका लखनऊ के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा था. हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि सरफुद्दीन को गंभीर अवस्था में सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जिसकी गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई.
बता दें, बहराइच के फखरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिजौवा के सरफुद्दीन (25) ने खुद के ऊपर पेट्रोल डाल कर आग लगा ली थी. आग में झुलसे सरफुद्दीन को परिजनों ने गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया था. वहां से उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया. इसके बाद हालत गंभीर होने पर उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया था.
हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि सरफुद्दीन को हजरतगंज स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. युवक का बयान दर्ज कर लिया गया था, जिसने बताया था कि बहराइच हिंसा के बाद वह जेल गया था. छूटने के बाद से ही पड़ोसी उसे परेशान कर रहे थे. पड़ोस में रहने वाले मनोज कुमार और जमुना प्रसाद ने 18 अक्टूबर को सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और हिन्दू धर्म के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी सोशल मीडिया पर करने का केस दर्ज कराया था. जिससे परेशान होकर उसने खुद को आग लगा ली थी. बहराइच पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था.