कोरबा के आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में लॉटरी से निकली एडमिशन की पर्ची, जानिए कौन रहा लकी ? - Atmanand School admission process
प्रदेश के आत्मानंद स्कूल में दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इस बीच कोरबा के आत्मानंद स्कूल में लॉटरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. यहां बच्चों के पालकों के द्वारा ही चिट निकाली गई.
कोरबा के आत्मानंद स्कूल में एडमिशन (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में लॉटरी से निकली एडमिशन की पर्ची (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
कोरबा:स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में सीटों की तुलना में दोगुने, तिगुने आवेदन स्कूलों को प्राप्त हुए थे. आवेदनों की संख्या अधिक होने के कारण 15 मई को लॉटरी की प्रक्रिया को पूरा किया गया. कोरबा में कुल 55 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हैं. खासतौर पर अंग्रेजी माध्यम के 13 विद्यालयों में प्रवेश के लिए अधिक मारामारी है.
एडमिशन के लिए लॉटरी प्रक्रिया पूरी:इस बीच कोरबा शहर के स्वामी आत्मानंद स्कूल पंप हाउस में बुधवार सुबह 9:30 बजे ही अभिभावकों को बुलाया गया था. दोपहर के बाद तक लॉटरी की प्रक्रिया चलती रही. बड़ी तादाद में स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने ही खुद अपने बच्चों के नाम की चिट निकाली, जिन अभिभावकों के बच्चों का नाम लॉटरी में निकला है, उन्हें प्रवेश मिलेगा. ये बच्चें खुशी-खुशी घर लौटे, जबकि जिनका नाम लॉटरी में नहीं आया. उनके चेहरे पर मायूसी दिखी. हालांकि शासन के नियमों के तहत ही लॉटरी की प्रक्रिया को पूरा किया गया है. कोरबा के आत्मानंद स्कूल में पहली कक्षा में 50 सीटें हैं, जबकि अन्य कक्षाओं में वैकेंसी के आधार पर सीट की उपलब्ध संख्या के आधार पर बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा. आत्मानंद स्कूल पंप हाउस में पहली कक्षा के 50 सीटों के लिए 250 आवेदन मिले थे. लगभग सभी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में यही स्थिति है.
निजी स्कूल में हो जाता ज्यादा खर्च:पहली कक्षा में एडमिशन पाने वाली बच्ची मनाली की मां सविता साहू ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि, "लॉटरी में बेटी का नाम निकल गया है, जिससे मैं बेहद खुश हूं. निजी विद्यालय में पढ़ाने पर काफी खर्च हो जाता है. आत्मानंद स्कूल में प्रवेश मिलने के बाद हमारे काफी पैसे बच जाएंगे.अच्छी बात यह है कि अभी स्कूल में सीबीएसई बोर्ड के तहत शिक्षा दी जाती है, जिससे हम जैसे गरीबों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिलेगी." वहीं समवेत पटेल ने बताया कि, "इस महंगाई के दौर में दो बच्चों को पढ़ाना बेहद कठिनाई भरा काम है. मेरे दो बच्चे हैं, एक बच्चे का एडमिशन कक्षा पहली में आत्मानंद में मिल गया है. इस तरह की योजनाएं ज्यादा से ज्यादा लानी चाहिए."
चस्पा की जाएगी फाइनल सूची : आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल पंप हाउस के प्राचार्य विवेक लांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि, "शासन से प्राप्त नियमों के तहत लॉटरी की प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. 50 फीसदी सीटों पर गर्ल्स को एडमिशन दिया गया है. बाकी शेष सीटों पर संख्या से अधिक आवेदन के अनुसार ही लॉटरी की प्रक्रिया पूरी की गई है. पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से लॉटरी की प्रक्रिया को पूरा किया गया है. जो अभिभावक यहां मौजूद हैं, उन्हीं के द्वारा ही चिट निकाली गई है. लॉटरी की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद फाइनल लिस्ट विद्यालय में चस्पा कर दी जाएगी. बच्चों को प्रवेश लेने का समय दिया जाएगा. यदि किसी कारणवश कोई बच्चा प्रवेश नहीं लेता, तो हम वेटिंग लिस्ट से बच्चों को प्रवेश देंगे. 50 फीसदी की संख्या में वेटिंग लिस्ट भी निकाली जाएगी."
राज्यभर में स्वामी आत्मानंद स्कूलों की स्थिति:राज्य भर के सभी 33 जिलों में कुल 751 आत्मानंद स्वामी संचालित हैं. इनमें से कोरबा में 55 स्कूल मौजूद हैं. इनमें 13 स्कूल अंग्रेजी माध्यम वाले हैं. जहां प्रवेश के लिए अधिक मारामारी रहती है. राज्य भर के 751 स्वामी आत्मानंद स्कूलों में 14 हजार 216 शिक्षक अध्यापन का काम पूरा करते हैं. जहां पढ़ने वाले कुल छात्रों की संख्या 4 लाख 50 हजार 562 है.