सोलन:हिमाचल प्रदेश में इन दिनों जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. सोलन में भी पिछले एक सप्ताह से जंगलों में आग लगी हुई है. वन विभाग और अग्निशमन विभाग की टीम में इन आग को बुझाने में कामयाब तो हो रही है, लेकिन लगातार वनाग्नि की घटनाएं पेश आ रही है.
सोलन में धधक रहे जंगल (ETV Bharat) सोलन के देहूंघाट में भी बुधवार को जंगल में आग लगने की घटना सामने आई है. जिससे वन संपदा को काफी नुकसान हुआ है. कुछ दिन पहले जंगलों में आग लगी होने के कारण कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की समय सारणी पर भी असर पड़ा था. वहीं, एक बार फिर जंगलों में आग लगने की घटनाएं देखने को मिल रही है. जंगलों में लगी आग के कारण सोलन में गर्मी भी लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका असर पेयजल स्रोतों और किसानों की फसलों पर पड़ रहा है.
कमांडेंट होम गार्ड सोलन संतोष शर्मा ने बताया कि जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार पेश आ रही है. जंगलों में आग लगने की घटना के कारण 1 मई से लेकर 22 मई तक सोलन जिला में 74 लाख 23 हजार की वन संपदा को नुकसान हुआ है. जबकि 1 अरब 14 करोड़ 64 लाख 70 हजार रुपए की वन संपदा को नुकसान होने से बचाया गया है.
अब तक 177 वनाग्नि की घटनाएं (ETV Bharat) बता दें कि सोलन में 21, परवाणु में 33, बद्दी में 29, नालागढ़ में 53, अर्की में 19 और बनलगी में 22 वनाग्नि की घटनाएं सामने आई है. लगातार बढ़ रही वनाग्नि की घटनाओं के कारण सोलन में लगातार गर्मी बढ़ रही है, जिसका असर पेयजल स्रोतों से लेकर किसानों की फसलों पर भी पड़ रहा है.
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