लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को इंडिया गठबंधन के अंतर्गत पार्टी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. सपा की पहली लिस्ट में 16 लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी घोषित किए गए हैं. अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में मुलायम परिवार के तीन लोगों को चुनाव मैदान में उतारकर परिवारवाद पर अपनी मोहर लगाई है. जबकि अखिलेश PDA (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) एजेंडे को भी धार देते हुए नजर आए हैं. जाति समीकरण को दुरुस्त करते हुए लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने की पूरी कोशिश सपा की घोषित लिस्ट में नजर आ रही है.
डिंपल मैनपुरी तो अक्षय यादव फिरोजाबाद से लड़ेंगे चुनाव
इंडिया गठबंधन के अंतर्गत अखिलेश यादव ने आज 16 प्रत्याशियों के नाम घोषित किए हैं. इनमें अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी संदेश सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है. इसी तरह परिवार के वरिष्ठ सदस्य सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव को फिरोजाबाद सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया है. अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को बदायूं संसदीय सीट से एक बार फिर प्रत्याशी बनाया गया है. पिछले चुनाव में बदायूं संसदीय सीट पर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य चुनाव जीतने में सफल हुई थीं और धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए थे. अब एक बार फिर धर्मेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा गया है. हालांकि बदायूं सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट पर संघमित्रा के चुनाव लड़ने की चर्चाएं थीं, लेकिन आज जब लिस्ट घोषित हुई तो इस पर विराम लग गया.
मुस्लिम एजेंडे और जाति समीकरण का रखा ध्यान
समाजवादी पार्टी ने जाति समीकरण को पूरी तरीके से सपा और इंडिया गठबंधन के पक्ष में करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. सपा की पहली लिस्ट में संभल लोकसभा सीट से सपा के सांसद व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े मुस्लिम चेहरे शफीकुर्ररहमान बर्क को एक बार फिर चुनाव मैदान में उतारा गया है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सियासी माहौल गरमाने और हमेशा विवादित बयान देने वाले बर्क को सपा ने फिर चुनाव मैदान में उतरकर अपने मुस्लिम एजेंडे को धार देने की कोशिश की है. जाति समीकरण को फिट करने की बात करें तो सपा ने पिछड़े समाज से आने वाले देवेश शाक्य को एटा से प्रत्याशी घोषित किया है. पिछड़ी जाति में कुर्मी बिरादरी से आने वाले उत्कर्ष वर्मा को सपा ने खीरी संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया है, जबकि पार्टी के युवा चेहरे पूर्व एमएलसी आनंद भदौरिया को धौरहरा सीट से प्रत्याशी घोषित किया गया है.
बुंदेलखंड में कुर्मी वोटरों पर नजर
लखनऊ संसदीय सीट पर सपा ने इंडिया गठबंधन के अंतर्गत खत्री समाज से आने वाले लखनऊ मध्य से विधायक रविदास मेहरोत्रा को प्रत्याशी बनाया है. फर्रुखाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी ने पिछले समाज से आने वाले नवल किशोर सखी को उम्मीदवार घोषित किया है. अकबरपुर से पूर्व सांसद और कांग्रेस से समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले राजाराम पाल को प्रत्याशी बनाया है. बांदा सीट से सपा ने पूर्व सांसद शिव शंकर सिंह पटेल को चुनाव मैदान में उतार कर बुंदेलखंड में कुर्मी वोटरों को अपने पक्ष में लामबंद करने के लिए प्रत्याशी बनाया है.
इसी प्रकार सपा ने फैजाबाद संसदीय सीट पर सपा के दलित चेहरे और वरिष्ठ विधायक अवधेश प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है. बस्ती सीट पर दलित समाज से आने वाले सपा के वरिष्ठ विधायक राम प्रसाद चौधरी को भी उम्मीदवार घोषित किया गया है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह नगर गोरखपुर सीट पर पार्टी की महिला नेता काजल निषाद को प्रत्याशी घोषित कर पूर्वांचल में निषाद समाज के वोट बैंक को अपने पक्ष में लाने की कोशिश की है.