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लोकसभा चुनाव 2024: जानिए भिवानी के किसानों की क्या है राय?

Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 में के लिए कभी भी बिगुल बज सकता है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने गतिविधियां तेज कर दी है. लेकिन भिवानी के किसानों ने चुनाव को लेकर क्या मन बनाया है? भिवानी के किसान केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों से कितने खुश है इससे ईटीवी भारत की टीम ने जानने की कोशिश की. रिपोर्ट में जानिए किसानों का इलेक्शन मूड क्या है.

By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 18, 2024, 10:53 AM IST

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भिवानी के किसानों की क्या है राय?

भिवानी के किसानों की क्या है राय?

भिवानी: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक दलों ने जोर शोर से तैयारियां शुरू कर दी है. आखिर हरियाणा के किसान केंद्र सरकार और राज्य सरकार के पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल को किस रूप में देखते हैं. लोकसभा चुनाव को लेकर किसानों की क्या राय है इसे जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने भिवानी में किसानों से बातचीत की. आखिर भिवानी के किसानों का क्या कहना है आइए जानते हैं.

भिवानी के किसानों की क्या है प्रतिक्रिया: एक ओर एमएसपी समेत कई मुद्दे पर दिल्ली कूच करने के लिए किसन शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. वहीं, चुनावी बिगुल बजने से पहले भिवानी के किसानों का कहना है कि पिछले 10 सालों में हरियाणा के किसानों का जीवन पहले से खुशहाल हुआ है. फसल बीमा योजना, सॉयल हेल्थ कार्ड योजना, किसान सम्मान निधि योजना, भावांतर भरपाई योजना, किसानों को कम ब्याज पर मिलने वाला ऋण और कृषि यंत्रों पर मिलने वाली रियायत ने किसानों के जीवन को बदलने का कार्य किया है और उनकी आय में बढ़ोत्तरी की है.

क्या कहते हैं भिवानी के किसान?: हरियाणा भिवानी जिले के रेवाड़ी खेड़ा गांव के किसान रोहित, राजकुमार और प्रमोद का कहना है "पिछले 10 वर्षो में केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा राज्य की मनोहर सरकार में अच्छा लाभ हुआ और उनके जीवन स्तर पर सुधार आया है. हमें अपनी फसलों का अच्छा न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला है. जिससे उनके खेती में होने वाले खर्च को पाटकर खेती को लाभ का सौदा बनाया है. ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से फसलों का पंजीकरण करने से अब सीधे अपनी फसल मंडियों में बेच पा रहे हैं. बिचौलिया, आढ़ती नकों को भी सरकार ने खत्म किया है. जिससे हमें सीधा लाभ मिल पा रहा है."

बैंक अकाउंट में पैसे आने से मिली राहत: किसानों ने कहा कि मंडी में फसल ले जाने के 2 दिन बाद ही उनके खातों में पैसे आ जाते हैं. किसानों ने बताया कि किसान सम्मान निधि से उनके खातों में पैसा आता है, इसके साथ ही फसल बीमा योजना से उनकी जो फसल बर्बाद होती है, उसकी भरपाई केंद्र और राज्य सरकार मिलकर करती है. कृषि के क्षेत्र में बिजली की सुविधा भी पहले से बेहतर हुई है. उन्होंने कहा कि अब उन्हें मंडियों में बोरियों पर नहीं सोना पड़ता है. किसानों का कहना है कि अब उनकी फसल तुरंत बिक जाती है और पैसे भी उनके खातों में आ जाते हैं.

किसान फसल योजना से किसानों को मिल रहा लाभ: वहीं, भिवानी जिले बामला गांव के किसान विनोद और रमेश ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में केंद्र की मोदी सरकार और हरियाणा राज्य की मनोहर सरकार ने अनेक योजनाएं चलाई हैं. अनेक कृषि यंत्रों पर 50 फीसदी तक सब्सिडी मिलती है. अब वे सरकार द्वारा उपलब्ध करवाए गए ड्रोन के माध्यम से अपने खेतों में स्प्रे कर पा रहे हैं. उनके खेतों की मिट्टी की जांच की व्यवस्था कर उनके साॅयल हेल्थ कार्ड बनाए गए हैं. इससे उनका प्रति एकड़ कृषि उत्पादन बढ़ा है और उन्हें फसलों के दाम भी पहले से अधिक मिल रहे है. इस तरह से आधुनिक खेती से उनकी आय बढ़ी है और वे पहले से अधिक खुशहाल हुए हैं.

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