लखनऊः इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में महिला सांसदों की हिस्सेदारी घटी है. यूपी में तो आधी आबादी की भागीदारी 2014 के आम चुनाव से लगातार कम हो रही है. लोकसभा चुनाव 2024 में महिलाओं को टिकट देने में उप्र में सभी राजनीतिक दलों ने कंजूसी दिखाई. नतीजा यह रहा कि इस बार प्रदेश से सिर्फ 7 महिलाएं ही सांसद बनने में सफल हुईं.
2014 लोकसभा चुनाव में यह नंबर 13 और 2019 में 11 रहा था. संसद में महिलाओं के 33 फीसद आरक्षण का बिल पास होने के बाद यह पहला लोकसभा चुनाव था. चौंकाने वाला है कि बिल पारित कराने वाले यूपी से एनडीए की सिर्फ 2 महिला प्रत्याशी ही जीत दर्ज कर सकी हैं. जबकि समाजवादी पार्टी की 5 महिलाएं सांसद बनने में सफल रहीं. देश के आंकड़ों के मुताबिक 2024 में कुल 74 महिलाएं संसद पहुंची हैं.
यूपी की नवनिर्वाचित महिला सांसद. (Etv bharat Graphics) यूपी में महिलाओं की भागीदारी 8.75 फीसदी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के लिए कुल 851 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. 771 पुरुष और 80 महिलाएं. इस चुनाव में आधी आबादी की टिकट में भागीदारी सिर्फ 9.4 फीसदी थी. प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा, अपना दल, सपा और बसपा ने 23 महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था. चुनाव परिणामों की बात करें तो सिर्फ 8.75 फीसदी महिलाएं ही जीतने में सफल हुईं.
मथुरा सी हेमा मालिनी तीसरी बार जीतीं. (Etv bharat Graphics) भाजपा की सिर्फ हेमा मालिनी महिला सांसद
बता दें कि भाजपा की अगुवाई वाले NDA की ओर से यूपी में 9 महिलाओं को टिकट दिया गया था. जिसमें से मथुरा से हेमा मालिनी, धौरहरा से रेखा वर्मा, अमेठी से स्मृति ईरानी, सुलतानपुर से मेनका गांधी, फतेहपुर से साध्वी निरंजन ज्योति, बाराबंकी से राजरानी रावत, लालगंज से नीलम सोनकर को टिकट दिया था. भाजपा के सहयोगी दल अपना दल (एस) से मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल, राबर्ट्सगंज से रिंकी कोल चुनाव लड़ रही थीं.
इनमें से सिर्फ मथुरा से हेमा मालिनी ही जीत दर्ज कर पाईं. हेमा मालिनी ने कुल 5 लाख 10 वोट पाकर तीसरी बार जीत दर्ज की. हेमा मालिनी ने कांग्रेस उम्मीदवार मुकेश धनखड़ को 293407 वोटों से हराया. इसी तरह अपना दल की प्रमुख और केंद्र सरकार में मंत्री अनुप्रिया पटेल ने भी जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहीं. अनुप्रिया पटेल 471631वोट पाकर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी रमेश बिंद को 37810 वोटों से हराया है.
सपा की 50 फीसदी महिलाएं जीतने में रहीं सफल
इंडी गठबंधन की ओर से 11 महिलाओं को टिकट दिया गया था. समाजवादी पार्टी से 10 और कांग्रेस ने एक महिला उम्मीदवार को मैदान में उतारा था. इसमें से समाजवादी पार्टी की 5 महिला प्रत्याशी जीत कर संसद पहुंचने में सफल रही हैं. जबकि मेरठ से सुनीता वर्मा, हरदोई से ऊषा वर्मा, उन्नाव से अन्नू टंडन, गोंडा से श्रेया वर्मा और गोरखपुर से सपा प्रत्याशी काजल निषाद को इस लोकसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा.
सपा की विजयी महिला उम्मीदवार
मैनपुरी से डिंपल यादव जीतीं. (Etv bharat Graphics) 1-मैनपुरी से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव दूसरी बार बंपर वोटों से जीत दर्ज की है. डिंपल यादव ने योगी सरकार में मंत्री जयवीर सिंह को 2 लाख 21 हजार 639 वोटों से हराया है. डिंपल यादव को 56.8 फीसदी वोट मिला है.
कैराना से इकरा हसन जीतीं. (Etv bharat Graphics) 2-समाजवादी पार्टी के टिकट पर कैराना से चुनाव लड़ रही इकरा हसन 528013 वोट पाकर जीत दर्ज की है. इकरा हसन ने भारतीय जनता पार्टी के प्रदीप कुमार को 69116 वोटों से हराया है.
मुरादाबाद से रुचि वीरा जीतीं. (Etv bharat Graphics) 3-मुरादाबाद से सपा उम्मीदवार रुचि वीरा ने कुल 637363 वोट पाकर जीत दर्ज की है. रुचि वीरा ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कुंवर सर्वेश को 105762 वोटों से हराया है.
मछली शहर से प्रिया सरोज जीतीं. (Etv bharat Graphics) 4-मछलीशहर से समाजवादी पार्टी की प्रिया सरोज सबसे युवा सांसद चुनीं गई हैं. प्रिया सरोज ने वर्तमान सांसद भोलानाथ उर्फ बीपी सरोज को 35850 मतों से हराकर संसद का रास्ता साफ किया है. प्रिया सरोज को कुल 451292 वोट मिले हैं.
बांदा से कृष्णा पटेल जीतीं. (कैराना से इकरा हसन जीतीं.) 5-बांदा से कृष्णा पटेल ने 406567 वोट पाकर जीत दर्ज की है. कृष्णा पटेल ने भाजपा उम्मीदवार आरके पटेल को 71210 वोटों से हराया है.
बसपा ने 3 महिला उम्मीदवार उतारा थाः बहुजन समाज पार्टी ने आगरा से पूजा अमरोही, इटावा से सारिका सिंह बघेल, लालगंज से इंदू चौधरी को मैदान में उतारा था, तीनों ही तीसरे नंबर पर रही. लोकसभा चुनाव 2024 में बसपा का खाता नहीं खुला है.
2019 में यूपी से बनीं 11 महिला सांसद:लोकसभा चुनाव 2019 में यूपी से 11 महिला सांसद बनी थीं, जिसमें हेमा मालिनी मथुरा, केशरी देवी पटेल फूलपुर, मेनका गांधी सुलतानपुर, रेखा वर्मा धौरहरा, रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद, साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर, संघ मित्रा मौर्य बदायूं, स्मृति ईरानी अमेठी, सोनिया गांधी (कांग्रेस) रायबरेली, संगीता आजाद (बसपा) लालगंज, अनुप्रिया पटेल (अपना दल एस) मिर्जापुर से जीती थीं.
2014 में यूपी से 13 महिला सांसद: 2014 में यूपी से अनुप्रिया पटेल (अपना दल)- मिर्जापुर, हेमा मालिनी (भाजपा)- मथुरा, डिम्पल यादव (सपा)- कन्नौज, कृष्णा राज (भाजपा)- शाहजहांपुर, मेनका गांधी (भाजपा)- पीलीभीत, प्रियंका सिंह रावत (भाजपा)- बाराबंकी, रेखा (भाजपा)- धौरहरा, साध्वी निरंजन ज्योति (भाजपा)- फतेहपुर, सावित्री बाई (भाजपा)- बहराइच, सोनिया गांधी (कांग्रेस)- रायबरेली, उमा भारती (भाजपा)- झांसी से जीती थीं.
अब बात देशभर में महिला प्रतिनिधित्व की:लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देशभर में महिला उम्मीदवारों के आंकड़े चौंकाते हैं. महिला सांसदों का ग्राफ गिरा है. इस बार अलग-अलग पार्टियों से कुल 798 महिला नेताओं ने किस्मत आजमाई थी. इनमें से महज 74 चुनाव में जीत दर्ज कर सकी हैं. NDA के टिकट पर देश भर में 69 महिलाओं ने चुनाव लड़ा, 31 उम्मीदवार कामयाब रही हैं. 2019 में कुल 78 महिलाएं संसद बनी, इसमें से 41 NDA के टिकट पर विजयी हुई थीं.
20 सालों में पहली बार कम हुईं महिला सांसद:2019 के लोकसभा चुनाव में 78 महिलाएं सांसद बनने में सफल हुईं. इसी तरह से 2014 में यह संख्या 62 रही, 2009 में 58 और 2004 में 45 महिलाएं चुनाव जीतीं.