रांची:सातवें और अंतिम चरण के मतदान में झारखंड के तीन सीटों पर चुनाव एक जून को होगा. राजनीतिक दृष्टि से अहम गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में जहां निशिकांत दुबे की प्रतिष्ठा दांव पर है वहीं उपराजधानी कही जानेवाली दुमका सीट पर सीता सोरेन ताल ठोक रहीं हैं. बीजेपी ने गोड्डा, राजमहल और दुमका में कमल खिलाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में राजमहल को छोड़कर शेष इन दोनों सीट बीजेपी के खाते में गया था.
इस बार पिछले तीन बार से चुनाव जीत रहे बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे को चौथी बार सदन में जाने से रोकने के लिए इंडिया गठबंधन ने गोड्डा से प्रदीप यादव को चुनाव मैदान में खड़ा किया है. मैथिल ब्राह्मण बहुल इस इलाके में कांटे की टक्कर होने के आसार हैं. दुमका में कमल का दामन थामने के बाद चुनाव मैदान में उतरी सोरेन परिवार की बड़ी बहू सीता सोरेन की राह आसान नहीं दिख रहा है. इंडिया गठबंधन की ओर से जेएमएम ने नलिन सोरेन को चुनाव मैदान में उतारा है.
इसी तरह राजमहल में जेएमएम के विजय हांसदा के सामने बीजेपी प्रत्याशी ताला मरांडी हैं. कुल मिलाकर तीनों सीट पर 52 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिसमें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित राजमहल में 14 और दुमका में 19 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. यदि गोड्डा संसदीय निर्वाचन क्षेत्र की बात करें तो यहां कुल 19 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
इस चरण में सबसे बड़ा गोड्डा और सबसे छोटा दुमका लोकसभा सीट