झारखंडः राज्य के कई हिस्सों में पिछले 12 घंटे से लगातार वर्षा हो रही है. राजधानी रांची के साथ-साथ दुमका, जामताड़ा, सिमडेगा के साथ ही अन्य जिलों में बारिश से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. एक तरफ इस वर्षा से किसानों के चेहरे पर खुशी है. दूसरी तरफ इस बारिश ने लोगों को घरों में ही कैद कर दिया है. वहीं कई हिस्सों में जलजमाव के कारण लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन पर भरा पानी
दुमका में गुरुवार रात से लगातार मुसलाधार बारिश हो रही है. जिस कारण बासुकीनाथ रेलवे स्टेशन परिसर के साथ-साथ रेलवे पटरी पर भी पानी आ गया है. रेलवे पटरी के पानी में डूब जाने के कारण यहां रेल यातायात बाधित हो गया है. स्टेशन परिसर में लोगों ने बताया कि वे घंटों से ट्रेन का इंतजार कर रहे हैं लेकिन रेलवे ट्रैक से पानी हट नहीं रहा है. यात्रियों के साथ-साथ रेलवे प्रबंधन भी लगातार कोशिश कर रहे हैं कि पटरी से पानी की निकासी हो और यातायात फिर से सुचारू हो लेकिन बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. यात्रियों का बाबा धाम से बासुकीनाथ आने जाने का सबसे सुलभ साधन है और शुक्रवार को दिन भर से यातायात बाधित है. जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सिमडेगा में पुल क्षतिग्रस्त
सिमडेगा में भी गुरुवार रात से लगातार बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित है. बारिश के कारण लोग अपने घरों में ही दुबके हैं. वहीं कई लोगों के कच्चे मकान जहां तहां से टूटने लगे हैं. साथ ही ग्रामीण क्षेत्र को जोड़ने वाले छोटे पुल-पुलिया की स्थिति भी खराब हो रही है. बारिश के कारण सिमडेगा सदर प्रखंड के कुलुकेरा पंचायत को जोड़ने वाला पुल का कुछ हिस्सा बह गया है. वहीं पुल के पास सड़क के नीचे का हिस्सा खोखला हो गया है, जिससे ये पुल कभी-भी पूरी तरह से बह जाएगा और सड़क मार्ग से कटकर यह गांव टापू बन जाएगा. पुत्री नदी पर बने इस पुल के बह जाने से इस क्षेत्र में निवास करने वाली करीब 15 हजार से अधिक की आबादी वाले गांव में लोगों का आना-जाना मुश्किल हो जाएगा. इसको लेकर कुलूकेरा पंचायत की मुखिया हीरामुनी देवी ने तत्काल अपने अधीनस्थ कर्मियों को निर्देश देकर जेसीबी लगवाया और ट्रैक्टर के माध्यम से मिट्टी डलवाकर इसे लेवल कराया, जिससे पुल को तत्काल कोई नुकसान ना पहुंचे.
जामताड़ा में 12 घंटे से लगातार बारिश