नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा में मंगलवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पेश की गई. इसके बाद से नई एक्साइज पॉलिसी को लेकर सियासी घमासान तेज हो गई है. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा लागू की गई नई शराब नीति के कारण दिल्ली सरकार को 2002.68 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस नीति में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इसके बाद आप की वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष की नेता, पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सीएजी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नई एक्साइज पॉलिसी से सालाना 8911 के राजस्व की प्राप्ति होनी थी, लेकिन इसे सही तरीके से लागू नहीं होने दिया गया. इसके लिए उपराज्यपाल, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को जिम्मेदार ठहराया. आतिशी ने मांग की है कि सीएजी रिपोर्ट के आधार पर इनकी भूमिका की गहन जांच होनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने आरोप लगाया कि लेफ्टिनेंट गवर्नर ने नई पॉलिसी को सही तरीके से लागू नहीं होने दिया. सीबीआई ने एक साल पूरा होने से पहले ही एफआईआर दर्ज कर दी और ईडी ने भी जांच शुरू कर दी. इसके बाद किसी भी अधिकारी की हिम्मत नहीं हुई कि वह इस पॉलिसी पर हस्ताक्षर करे. आतिशी ने कहा कि अगर इस पॉलिसी को सही तरीके से लागू किया जाता तो दिल्ली सरकार के खजाने में सालाना 8911 करोड़ रुपए आते, लेकिन इसके इंप्लीमेंटेशन को रोकने की वजह से 2000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. आतिशी ने भाजपा, सीबीआई और ईडी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन तीनों पर जांच होनी चाहिए कि आखिर क्यों 2000 करोड़ रुपए का राजस्व नुकसान हुआ और इसे रोकने के पीछे किसका हाथ था.
पुरानी एक्साइज पॉलिसी में भ्रष्टाचार के आरोपःप्रेस कांफ्रेंस के दौरान आतिशी ने दावा किया कि सीएजी की रिपोर्ट में 2017 से 2021 तक की पुरानी एक्साइज पॉलिसी में भी भ्रष्टाचार व अनियमितताओं का खुलासा हुआ है. आम आदमी पार्टी ने हमेशा पुरानी नीति में भ्रष्टाचार और ब्लैक मार्केटिंग को उजागर किया था. सीएजी की रिपोर्ट ने यह साबित कर दिया है कि पुरानी नीति में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार था. ब्लैक मार्केटिंग और ब्रांड पुशिंग के कारण दिल्ली सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ था. रिपोर्ट के अनुसार 28% से अधिक शराब की बिक्री को गलत तरीके से रिपोर्ट किया गया था. इससे ब्लैक मार्केटिंग व भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिला. आतिशी ने कहा कि कैग रिपोर्ट के पेज 44 और 59 पर स्पष्ट रूप से बताया गया है कि शराब के ठेकेदारों ने गलत दाम दिखाकर मुनाफा कमाया और दिल्ली सरकार को नुकसान पहुंचाया.