बगहा:बगहा के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक खूंखार तेंदुआ नदी किनारे घायल हालत में पड़ा मिला. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कर तेंदुआ पटना भेज दिया है. रेस्क्यू करने में वनकर्मियों के पसीने छूट गये. तेंदुआ घायल होने के बाद भी हमला कर रहा था. आखिरकार काफी मशक्कत के बाद वनकर्मियों ने उसे रेस्क्यू किया. तेंदुआ के पिछले पैर में जख्म के निशान मिले हैं.
बगहा में तेंदुआ का रिस्क्यू:बताया जाता है कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के कोतराहा वन क्षेत्र अंतर्गत ठाड़ी गांव से एक तेंदुआ का रेस्क्यू किया गया है. वनकर्मियों ने सुबह तेंदुआ को ठाड़ी से होकर गुजरने वाली नदी किनारे झाड़ियों के पास देखा. जिसके पैर पर जख्म का निशान थे. घायल होने के बावजूद वनकर्मियों को देख तेंदुआ उनकी तरफ झपटा तो वनकर्मी भाग खड़े हुए और इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी. सूचना के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने काफी मशक्कत के बाद जाल की मदद से तेंदुआ को पकड़ा.
"बगहा में एक घायल तेंदुआ का रिस्क्यू कर पटना भेज दिया गया है. वनकर्मियों ने सुबह गस्ती के दौरान ठाड़ी गांव स्थित नदी किनारे घायल देखा गया. उसके पिछले पैर में जख्म था. संभावना जताई जा रही है कि तेंदुआ की आपसी लड़ाई में वह घायल हो गया हो."-राजकुमार पासवान, रेंजर, वाल्मीकीनगर
वनकर्मियों ने पकड़कर भेजा पटना:वाल्मीकीनगर रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया की वनकर्मियों ने एक घायल तेंदुआ को देखकर सूचना दी. जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने जाकर तेंदुआ का रेस्क्यू किया. रेस्क्यू के बाद तेंदुआ को पटना भेज दिया गया है. उन्होंने बताया कि तेंदुआ कैसे घायल हुआ है. उसकी जांच की जा रही है. यह भी संभावना जताई जा रही है की तेंदुआ की आपसी लड़ाई में वह जख्मी हुआ होगा, क्योंकि उसके पिछला पैर जख्मी था. वह जंगल के किनारे बैठा हुआ मिला था. बता दें कि अधिवास क्षेत्र को लेकर अमूमन बाघ या तेंदुआ में आपसी संघर्ष होते रहता है.