विदिशा: इंदौर के रहने वाले लक्ष्मण रामदेव ने एक अनोखी पहल शुरू की है. वो इस समय 4 हजार किलोमीटर लंबी पदयात्रा पर निकले हैं. इस यात्रा का उद्देश्य देश-दुनिया में अमन-चैन और शांति का संदेश देना है. लक्ष्मण को अभी भी पुलवामा में शहीद हुए जवानों की शहादत का दर्द सता रहा है. वह सीमा पर तैनात सैनिकों की शहादत और कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं.
इंदौर से शुरू की है पदयात्रा
लक्ष्मण नामदेव (60) ने अपनी यह पदयात्रा 7 जुलाई को इंदौर से शुरू की थी. बुधवार को वह विदिशा पहुंचे, यहां से वे अयोध्या के लिए रवाना होंगे. प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में उनके दर्शन के बाद वे भगवान बुद्ध की धरती बोधगया भी जाएंगे, जो बिहार के गया जिले में है. उनकी यह पदयात्रा 4000 किलोमीटर की होगी. उन्होंने इस यात्रा को 'विश्व शांति कावड़ यात्रा' का नाम दिया है.