अंता (बारां).जिले की अंता नगर पालिका में अध्यक्ष की कुर्सी फुटबॉल बनी हुई है. बीते 6 महीनों में 6 बार अध्यक्ष का पद बदला गया है. ऐसे में निलंबन के बाद दूसरे का अध्यक्ष बनना और फिर निलंबन बहाल होने व बर्खास्त होने का क्रम लगातार जारी है. अब एक बार फिर भाजपा के अंतानगर अध्यक्ष रामेश्वर खंडेलवाल के हाथ में अध्यक्ष पद की की चाबी आई है. इसके पहले स्वायत शासन विभाग, निदेशक स्थानीय निकाय, राजस्थान हाईकोर्ट व नगर पालिका के बीच फाइल और आदेश का क्रम जारी है. इनमें नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष मुस्तफ़ा खान, चंद्र प्रकाश मीणा और वर्तमान अध्यक्ष रामेश्वर खंडेलवाल के बीच नूरा कुश्ती चलती रही है.
विधायक की आंखों की किरकिरी बन गए थे मुस्तफा :पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान भाजपा का बहुमत होते हुए कांग्रेस के मुस्तफा खान नगर पालिका अंता के अध्यक्ष बन गए थे. सरकार जाने के बाद अंता से भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा की आंखों की किरकिरी मुस्तफा खान बने हुए थे. मुस्तफा खान के खिलाफ चार संतान होने की शिकायत अंता नगर भाजपा अध्यक्ष रामेश्वर खंडेलवाल ने कांग्रेस शासन के दौरान की थी. इसी के चलते इसी पर कार्रवाई करवाने के लिए कंवरलाल मीणा ने एक्शन लेना शुरू कर दिया और झाबर सिंह खर्रा के यूडीएच मंत्री बनने के बाद मुस्तफा खान को फरवरी 2024 में निलंबित करवा दिया. इसके बाद दोबारा उन्होंने अपना निलंबन कोर्ट के जरिए रद्द करवाया.
उपाध्यक्ष चार्ज एज्यूम कर बने अध्यक्ष : मुस्तफा खान को हटाने के तत्काल बाद अंता नगर पालिका में उपाध्यक्ष चंद्र प्रकाश मीणा अध्यक्ष बन गए. उन्होंने स्वयं अध्यक्ष का चार्ज एज्यूम कर लिया. इसके बाद मुस्तफा खान न्यायालय में गए और सरकारी आदेश में कमी बताते हुए कोर्ट ने रिव्यू करने के निर्देश दिए. जिस पर उन्होंने अपने आदेश को वापस ले लिया. क्योंकि उसमें कुछ कमी रह गई थी. इस पर दोबारा मुस्तफा खान अध्यक्ष बन गए और उन्होंने अंता में जुलूस निकाल कर दोबारा चार्ज ले लिया. हालांकि सरकार ने उन्हें फिर बर्खास्त कर दिया. इसके बाद मीणा ने दोबारा चार्ज ले एज्यूम कर लिया.