फिरोजाबाद:75 बीघे की करोड़ों की जमीन पर हड़पने के लिए फिरोजाबाद में एसडीएम के जो खेल खेला अब वही उनके गले की फांस बन गई है. राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी कर तहसील सिरसागंज में तैनात रहे एसडीएम ने अपने रिश्तेदारों के नाम जमीन ट्रांसफर कर दी. मामले का खुलासा होने पर पहले एसडीएम, नायाब तहसीलदार और लेखपाल सहित पांच अधिकारी कर्मचारी सस्पेंड किए गए. उसके बाद अब इस मामले से जुड़े सभी 19 आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कर लिया गया है.
जिले के बहुचर्चित जमीन घोटाले के मामले में एसडीएम,नायब तहसीदार ने अपने अधीनस्थों के साथ ऐसा खेल किया कि जिसे सुनकर सभी दंग रह गए. विवादित जमीन को सुलझाने के बदले में मिलने वाली रिश्वत में पैसे के बदले जमीन लेने का यह अनोखा मामला सिरसागंज तहसील के रुधेनी गांव का है. दरअसल यहां के काश्तकार योगेंद्र शर्मा की 75 बीघा जमीन विवादित है. करोडों की कीमत की जमीन की वसीयत का विवाद एसडीएम कोर्ट में चल रहा था.
योगेंद्र शर्मा की शिकायत के अनुसार एसडीएम कोर्ट में हमारा पक्ष सुने बगैर ही फैसला दूसरे पक्ष के हक में कर दिया. इस मामले में एसडीएम, नायब तहसीदार और लेखपाल ने फुर्ती दिखाई कि, योगेंद्र को ऊपरी अदालत में अपील का समय तक नहीं दिया और सात जून को सुनाए गए फैसले में 11 जून को जमीन का दाखिला खारिज भी कर दिया. दूसरे पक्ष ने 12 जून को इस जमीन का बड़ा हिस्सा 10 लोगों के नाम कर दिया.
बता दें कि, जिन लोगों ने यह जमीन खरीदी है उनमें से दो खरीददार एसडीएम विवेक राजपूत के करीबी हैं. जिनमे एक उनका चचेरा भाई जबकि दूसरा उनका परिचित है. जबकि तीन खरीददार नायब तहसीलदार के रिश्तेदार हैं. जिनमें नायब तहसीलदार के सास,ससुर और साली है. दो बैनामा लेखपाल के रिश्तेदारों के नाम हुए हैं, जिनमें एक खरीददार लेखपाल के पिता है. कुछ जमीन एक जिला पंचायत सदस्य और एक अन्य बीजेपी नेता ने खरीदी है.