गोरखपुर: शहर की बढ़ती आबादी को मनोरंजन, योगा, टहलने समेत कई सुविधाओं को देने के लिए नगर निगम गोरखपुर, राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत पार्कों के सुंदरीकरण और उसमें व्यवस्थाओं को स्थापित करने में जुटा है. लाल डिग्गी पार्क जो नेहरू पार्क के नाम से भी जाना जाता है. उसे संवारने जा रहा है. करीब 26 करोड़ की लागत से इसे बेहद खूबसूरत और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा. इस पार्क की जमीन पर आजादी के समय पंडित नेहरू का भाषण हुआ था.
बोटिंग सेमत कई जरूरी सुविधाएं उपलब्ध: नगर निगम के अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा का कहना है कि शहर की बढ़ती आबादी को देखते हुए पार्कों का विकास किया जाना बेहद जरूरी है. नेहरू पार्क शहर के बीचो-बीच स्थित है. काफी बड़ी आबादी इस पर टहलने, घूमने, योगा जैसे नित्य कार्यों के लिए निर्भर है. इसके अंदर फव्वारा, तालाब,बोटिंग, ड्रिंकिंग वॉटर, पाथवे, जॉगिंग ट्रैक सेमत कई जरूरी सुविधाओं को विकसित करते हुए, जनता को एक बेहतर माहौल देने की योजना नगर निगम ने बनाई है जो बहुत जल्द धरातल पर उतरनी शुरू होगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छा के अनुरूप इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है. सुविधाओं को विकसित करने में 26 करोड खर्च होने का अनुमान है.
नेहरू की गिरफ्तारी से जुड़ा है नेहरू पार्क का इतिहास : स्वतंत्रता आन्दोलन के समय पंडित जवाहर लाल नेहरू जब 1940 में गोरखपुर आए तो लालडिग्गी पार्क में उनकी सभा हुई थी. तीन जून 1940 को भाषण देने के दौरान तत्कालीन कलेक्टर ने पंडित नेहरू को इसी पार्क से गिरफ्तार किया. इस घटना के चलते ही वीर बहादुर सिंह की सरकार में जब इसको खूबसूरत पार्क बनाया गया तो इसका नाम नेहरू पार्क हो गया. यह 10 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है. इस पार्क में 1940 की आयोजित सभा का शासन द्वारा विरोध हुआ तो जस्टिस इस्माइल उन्हें अपनी बग्घी पर बैठाकर पार्क तक ले आए आए थे. इसलिए इसे इस्माइल पार्क के नाम से भी जाना जाने लगा था.